सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान/बिश्रामपुर, 8 मई। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कोरोना संक्रमण के निरंतर बढ़ोत्तरी को ध्यान में रखते हुए जिले में 8 मई से आयोजित होने वाले शादी आगामी आदेश तक निरस्त करने के निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार को कलेक्टर ने जिले में सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार द्वारा जितनी भी शादी की अनुमति दी गई है, उनमें से 8 मई से आयोजित होने वाली समस्त शादी की अनुमति तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा है। उन्होंने इस आशय का लिखित में आदेश भी जारी करने कहा है एवं संबंधित से पावती अनिवार्य रूप से प्राप्त करने कहा है। कलेक्टर ने आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्रवाई भी करने निर्देशित किया है।
ज्ञात हो कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सूरजपुर जिले में अब 15 मई की मध्य रात्रि तक लॉकडाउन लगाया गया है। ऐसे में जिले की सभी सीमाएं सील की गई हैं। शादी का सीजन होने के कारण लॉकडाउन में भी सैकड़ों लोगों ने अपने पुत्र-पुत्री की शादी के लिए आवेदन एसडीएम कार्यालय में लगाया गया था, जिसकी अनुमति भी दी गई थी। सूरजपुर कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कोरोना संक्रमण के निरंतर बढ़ोत्तरी को ध्यान में रखते हुए जिले में शनिवार से आयोजित होने वाले शादी आगामी आदेश तक निरस्त करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर के आदेश के बाद भैयाथान एसडीएम प्रकाश सिंह राजपूत ने 7 मई को आदेश जारी करते हुए कहा है कि कोविड-19 प्रकरणों की संख्या में लगातार वृद्धि होने के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए भैयाथान अनुभाग अंतर्गत आने वाले भैयाथान व ओडग़ी विकासखंड में 8 मई से आयोजित होने वाले समस्त वैवाहिक कार्यक्रम तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है।
उन्होंने कहा कि इन शादियों की अनुमति उनके कार्यालय द्वारा पूर्व में दी गई थी। उन्होंने बताया कि सिर्फ 7 मई को ही होने वाली शादियों को अनुमति है। ज्ञात हो कि ग्रामीण अंचलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में भी अब लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसका कारण क्षेत्र में होने वाली शादियों में बढ़ रही भीड़ को माना जा रहा है। प्रशासन द्वारा 10 से अधिक व्यक्तियों को शादी में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है, इसके बावजूद काफी संख्या में लोग विवाह कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। कई शादी घरों में कार्रवाई भी की गई लेकिन अन्य शादियों में भी वहीं स्थिति देखने को मिल रही है, जिसको देखते हुए यह फैसला लिया गया है।