बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 8 मई। कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए पिछले वर्ष अप्रैल 2020 से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में यह अभियान शुरू की गयी। बच्चों के विकास की प्रक्रिया निरंतर जारी रहे इस उद्देश्य से डिजिटल प्लेटफार्म द्वारा सजग अभियान शुरू किया गया।
यह कार्यक्रम महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समाज सेवी संस्था सेन्टर फॉर लर्निन रिसोर्सेस द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में बच्चों के लानन पालन से जुड़ी जरूरी बातो की जानकारी ऑडियो श्रृखंला के रूप में अभिभावकों तक पहुंचाई जाती है। सजग ऑडियो की कडिय़ां माता-पिता और अन्य परिजनों के लिए कोविड के बेचैन कर देने वाले हालात में खुद को संभालने एवं बच्चों के विकास में सहायक घर के वातावरण को सकारात्मक बनाने में सहायता प्रदान करती हैं। इसके साथ ही बच्चों में जीवन को गढऩे की क्षमता तैयार करने में मददगार साबित हुई है।
ऐसे पहुंचते है सजग ऑडियो सदेश पालकों तक-हर 15 दिन में किसी जरूरी जानकारी पर आधारित लगभग 5 मिनट का संदेश सीएलआर द्वारा तैयार किया जाता हैं एवं इसे जिला अधिकारियों के व्हॉट्सप ग्रुप में भेजा जाता है। जिला अधिकारी,परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक तथा पर्यवेक्षक आं.बा. कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराते है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गृहभेट के दौरान पालको के घर में जाकर इस संदेश को दिखाकर एवं सुनाकर जरूरी बाते समझाती है। अभी तक एक वर्ष में इसके 35वीं कड़ी का प्रसारण हो चुका है।
लोगों की जिन्दगी पर पड़ा असर- ग्राम रसौटा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती ममता घृतलहरे द्वारा ग्राम के ही श्यामरतन एवं संतोषी के घर में समय समय पर जाकर सजग अभियान की कडिय़ों को सुनाती है। जिस पर उनके परिवार के सदस्य तथा बच्चों पर इसका गहरा प्रभाव पढ़ा है। उनके द्वारा कहा गया कि टीवी देखने या मोबाइल पकड़ा कर हम अपनी जिम्मेदारी से दूर हो रहे थे। हमने छोटी-छोटी बातों पर गौर नहीं किया था। ये बाते इतना असर करती है तथा पहले से अधिक बच्चों पर ध्यान दे रहे है।