दन्तेवाड़ा
टीकाकारण, अनुकंपा नियुक्ति, स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने, सहायता राशि सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 8 मई। कोविड संक्रमण की दूसरी लहर में खतरनाक ढंग से बढ़ रहे संक्रमण पर चिंता व्यक्त करते हुए कोविड से संबंधित मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श कर कर्मचारियेा के हित में विभिन्न मंागों को लेकर एनएमडीसी वर्कर्स फेडरेशन के माध्यम का उठाने का निर्णय एनएमडीसी इंटक से संबद्ध यूनियनों की वर्चुअल बैठक में लिया गया।
मध्यप्रदेश राष्ट्रीय हीरा खदान मजदूर संघ इंटक के महामंत्री समर बहादुर सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में बचेली, किरंदुल, दौणामलै, पन्ना, नगरनार, हैदराबाद, पालोंचा, विशाखापट्टन तथा रायपुर के इंटक के पदाधिकारी शामिल हुए।
मेटल माईन्स वर्कर्स यूनियन इंटक के महामंत्री आशीष यादव एवं एमएमडब्ल्यूयू शाखा किंरदुल के तदर्थ समिति के सचिव एके सिंह ने बताया कि बैठक में कर्मियो के टीकाकारण, अनुकंपा नियुक्ति, स्थानीय अस्पतालो में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने, सहायता राशि संबंधी विषयों पर चर्चा हुई। बताया कि अब तक 9 एनएमडीसी कर्मियो की मौत कोविड संक्रमण से हो चुकी है। ऑल इंडिया एनएमडीसी वर्कर्स फेडरेशन के माध्यम से मंाग उठाई गई है कि जिन कर्मचारियों की कोविड 19 से मृत्यु हुई है, उनके आश्रित परिजनों को कंपनी में अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए। लेकिन अभी तक सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है, जिसे फेडरेशन के माध्यम से दुबारा पुरजोर तरीके से उठाया जायेगा।
एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा टीकाकारण के लिए सरकार पर निर्भर न रहते हुए स्वयं टीका खरीदकर अपने कर्मियों, ठेका श्रमिकों और उनके आश्रित परिजनों को जल्द से जल्द टीकाकारण करवाया जाये। साथ ही कंपनी द्वारा टीकाकारण के लिए विशेष अवकाश देने प्रावधान किया गया है। इस आदेश में सुधार करते हुए अवकाश टीकाकारण का दिन या उसके अगले दिन देने हेतु संशोधन किया जाए।
परियेाजना से कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों को हैदराबाद, बैंग्लोर, विशाखापट्टनम, रायपुर व दिल्ली जैसे शहरों में इलाज के लिए रेफर किया जा रहा है।
वर्तमान स्थिति में अस्पतालों में बेड के लिए बढ़ते दवाब के वजह से अस्पतालों द्वारा मरीजों की स्थिति में आशिक सुधार होने के बाद उन्हें होम क्वारंटीन, आईसोलेशन में रहने का सुझााव देते हुए अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है। वापस घर लौटने के कुछ दिन बार दुबारा स्वास्थ्य खराब हो रहा है। इन बड़े शहरों में क्वारेंटीन सुविधा प्रदान कर होटले से टाईअप कर डिस्चार्ज मरीजो को डॉक्टरी सलाह पर वहॉ रखने का इंतजाम किया जाए। लॉकडाउन के कारण सार्वजनिक परिवहन बंद रहने के कारण बड़े शहरों में इलाजरत मरीज को डिस्चार्ज होने के बाद वापस घर आने हेतु साधन उपलब्ध नहीं होते हैं। मरीजों को उनके घर भेजने एनएमडीसी के क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा वाहन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए।
एनएमडीसी कर्मी की मृत्यु कोविड संक्रमण से होने पर अंतिम संस्कार हेतु दी जाने वाली सहायता राशि को दुगुना किया जाए। संक्रमित कर्मचारियों को एकमुश्त बीस हजार सहायता राशि दिया जाए। संक्रमण की स्थिति पूरी तरह से सामान्य होने तक प्रत्येक कर्मचारियों को दो हजार रूपये प्रतिमाह मास्क, सेनिटाईजर की खरीदी हेतु प्रदान की जाए। जिन कर्मियों की मृत्यु कोविड 19 संक्रमण से हुई है उनके परिजनों को प्रबंधन द्वारा घोषित 15 लाख रूपये की सहायता राशि का भुगतान जल्द से जल्द किया जाए।
इसके अलावा पन्ना दौणोमलै परियोजना अस्पताल में तत्काल सीटी स्कैन व वेंटीलेटर खरीदे जाये। साथ ही दोनों परिेयोजना के लिए तत्काल 4 जीवन रक्षक उपकरणों से सुसज्जित एम्बुलेंस खरीदी जाये। इसके अलावा दौणोमलै कर्नाटक में उत्पादन बंद रहने के दौरान वहॉ के 11 कर्मचारियों का स्थानांतरण बचेली, किरंदुल व नगरनार किया गया था। उत्पादन पुन: प्रारंभ होने के बाद अभी तक इन कर्मियों का स्थानंतरण दौणामलै में नहीं किया गया है।