रायपुर
रायपुर, 9 मई। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर से अब तक 8205 रोगी कोरोना ठीक होने के बाद डिस्चार्ज हो चुके हैं। वर्तमान में लगभग 400 रोगी उपचार प्राप्त कर रहे हैं। इनमें से अधिकांश को आक्सीजन और वेंटीलेटर की आवश्यकता पड़ रही है।
निदेशक प्रो.डॉ. नितिन एम. नागरकर के अनुसार वर्तमान में 79 रोगी आईसीयू में उपचार प्राप्त कर रहे हैं। 46 रोगी वेंटीलेटर पर हैं। 148 रोगियों को आक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सभी गंभीर कोविड रोगियों को एडमिट करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए 500 बैड रिजर्व रखे गए हैं। अधिकांश रोगियों को अब आक्सीजन या वेंटीलेटर की आवश्यकता पड़ रही है। एम्स की तैयारी इसी के अनुरूप की गई है।
एम्स में 6 मई को मुंगेली निवासी एक 65 वर्षीय पुरुष रोगी को कोविड वार्ड के 1सी2 में एडमिट किया गया था। यह डायबिटीज और हाइपरटेंशन का रोगी था। रोगी ने सात और आठ मई को दो बार रात्रि 11.30 बजे और पुन: प्रात: 2.30 बजे भागने की कोशिश की जिसे संबंधित कर्मचारियों ने असफल कर दिया। इसके बाद परिजनों को सूचित करते हुए एक परिजन को तुरंत रोगी के पास पहुंचने के लिए अनुरोध किया गया। इस रोगी ने आठ मई को प्रात: 5 बजे पुन: वार्ड से भागने का प्रयास किया।
इस दौरान उसने स्ट्रक्चरल ग्लेजिंग से कूदने का असफल प्रयास किया। इस दौरान वह बुरी तरह से घायल हो गया। रोगी को तुरंत ट्रामा एवं इमरजेंसी में भर्ती किया गया जहां चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद रोगी की मृत्यु हो गई। रोगी के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।