महासमुन्द
बच्चों को घर में छोडक़र अस्पताल में रोज 12-12 घंटे की ड्यूटी पर हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 मई। कोरोना महामारी के बीच मां के संक्रमित होने के हालात में नवजात की देखरेख तुमगांव अस्पताल के डॉक्टर और नर्स कर रहे हैं। इस अस्पताल में न सिर्फ मरीजों की सेवा हो रही है बल्कि इस अस्पताल की नर्सें सुपर मॉम की तरह कोरोना पीडि़त मां और नवजात दोनों को दुलार रही हैं।
मालूम हो कि जिले भर की कोविड पॉजिटिव माताओं के सुरक्षित प्रसव के लिए तुमगांव सीएचसी को कोविड मेटरनिटी सेंटर बनाया गया है। पिछले वर्ष 21 सितंबर को इसकी शुरुआत की गई ताकि गर्भवती माताओं का एक ही स्थान पर सुरक्षित प्रसव कराया जा सके। इस मेटरनिटी सेंटर में आज की स्थिति में कुल 77 माताओं का सुरक्षित प्रसव कराया जा चुका है। यहां बीते 2 मई 2021 को एक साथ चार माताओं का प्रसव कराया गया। यहां की नर्सों की बात करें तो ये अपने खुद के बच्चों को घर में छोडक़र लगातार 12 घंटे ड्यूटी कर रही हैं।
इस मेटरनिटी सेंटर में 6 लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी 3-3 के ग्रुप में 12-12 घंटे सेवाएं देती हैं। आरएचओ खिलेश्वरी नेताम और राजेश्वरी टंडन अब तक गर्भवती माताओं के साथ प्रसव होने पर नवजात बच्चों के साथ मां का ख्याल रखती हैं। बच्चों को फीडिंग कराने के साथ ही माता की पूरी देखभाल करने का काम भी इन्हीं के जिम्मे होता है।
खिलेश्वरी बताती हैं कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान 27 मार्च से 40 माताओं का प्रसव हो चुका है। कई बार एक ही दिन में 3 से 4 डिलीवरी कराई गई है। 24 घंटे के लिए वे राजेश्वरी टंडन के साथ सेवाएं दे रही हैं। इसके साथ ही वार्ड आया मीरा नायक और लक्ष्मी चौहान भी इसी वार्ड में अपनी सेवाएं दे रही हैं। यहां वार्ड ब्वॉय चंद्रिका प्रसाद और राकेश साहनी की भी ड्यूटी है।