राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मई। राजनांदगांव जिले में सोमवार को एक और शिक्षक की कोरोना से जंग लडऩे में नाकाम होने के बाद मौत हो गई। राजनांदगांव विकासखंड के भर्रेगांव में पदस्थ कुलदीप देशमुख ने दुर्ग में एक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वैश्विक महामारी से लड़ाई के दौरान शिक्षा जगत से कई नामचीन शिक्षकों और कर्मियों को भी कोरोना ने अपना ग्रॉस बनाया। देशमुख करीब सप्ताहभर पहले कोरोनाग्रस्त हुए थे। उनके निधन से हर कोई अवाक रह गया।
बताया जा रहा है कि शिक्षा क्षेत्र में हो रही सिलसिलेवार कोरोना मौत से मातम छाया हुआ है। राजनांदगांव जिले में अब तक 44 से अधिक शिक्षकों की कोरोना ने जान ली है। इनमें कुछ शिक्षक कोरोना वारियर्स के तौर पर लड़ाई लड़ते जान गंवा चुके। वहीं कुछ का अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। बताया जा रहा है कि कोरोना संकट से मुकाबला करने में शिक्षा जगत भी डटा हुआ है। पिछले कुछ महीनों के भीतर शिक्षकों की मौत की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। लगातार शिक्षा जगत के कर्मियों की मौत होने के बाद शिक्षक फेडरेशन की ओर से उचित सुरक्षा और मुआवजे की मांग उठी है।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय महामंत्री सतीश ब्यौहरे ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर ठोस नीति बनाए। साथ ही शिक्षकों के परिजनों को पर्याप्त आर्थिक मदद दे। इस बीच जिले के छुईखदान ब्लॉक से 11, छुरिया ब्लॉक से 5, चौकी ब्लॉक से 7, डोंगरगढ़ ब्लॉक से 9, मोहला ब्लॉक से 6 व डोंगरगांव ब्लॉक से 6 शिक्षकों ने कोरोना से जान गंवाई।