दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 11 मई। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए धमधा प्लान विशेष रूप से कारगर रहा है। इस प्लान में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में हेल्थ कैम्प लगाकर टेस्टिंग की गई। सर्दी खांसी, बुखार, कमजोरी जैसे लक्षण महसूस कर रहे ग्रामीणों ने यहां टेस्ट कराए। 2500 से अधिक टेस्ट हुए और 10 प्रतिशत से थोड़े कम लोग पॉजिटिव आए। चूंकि लगातार हेल्थ कैम्प आयोजित किये गए।
अत: लोगों को काफी प्रारंभिक चरण में चिन्हांकित कर लिया गया, इसकी वजह से इन्हें प्रोफिलैक्टिक किट दे दी गई और इन्हें आइसोलेट कर इनका इलाज आरंभ हो गया। जिसकी वजह से धमधा में संक्रमण की दर कम रही। साथ ही धमधा में कोविड केयर के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया गया। यह जानकारी देते हुए एसडीएम बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के आदेश अनुसार लगातार ब्लॉक में टेस्टिंग की गई। इसका अच्छा नतीजा रहा और लोगों को चिन्हित कर उनका इलाज तुरंत आरम्भ हो गया।
उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले में बढ़ते हुए संक्रमण कि स्थिति से निपटने के लिए राज्य कार्यालय से प्राप्त दिशा निर्देशों एवं जिला प्रशासन के सहयोग से विकास खण्ड धमधा के बीएलटीएफ (ब्लॉक स्तरीय टॉस्क फोर्स) ने निर्णय लिया कि विकास खण्ड के उस गांव में विशेष शिविर लगाकर लक्षण वाले मरीजों की जांच की जाए एवं साथ ही अनिवार्य रूप से प्रायमरी कान्टेक्ट की पहचान की जाए एवं मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार ऐसे मरीजों को प्रोफाईलेटिक कीट वितरण किया गया, जिसके परिप्रेक्ष्य में विगत सप्ताह में 60 पंचायतों एवं शहरी क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें कुल एंटीजन संख्या 2329, आरटीपीसीआर 137, ट्रुनॉट 61, कुल टेस्ट 2527, किया गया जिसमें कुल 223 मरीज पॉजिटिव पाए गए।
इस प्रकार कुल जॉच के अनुपात में 10 प्रतिशत से कम रहा, जो काफी कम है इस प्रकार सभी पॉजिटिव मरीजों के परिजनों का प्रोफाईलेटिक किट वितरण किया गया, इसके अतिरिक्त विकासखण्ड धमधा में निर्देशों तहत् मितानिनों के माध्यम से प्रोफाईलेटिक कीट का वितरण पॉजिटिव पाए गए मरीजों के परिजनों को दिया जा रहा है।
कमेटी द्वारा निर्णय लिया गया है कि अगले सप्ताह भी स्वास्थ्य शिविरों की कार्ययोजना बनाकर ग्राम स्तर पर शिविर लगाकर जॉच करवाई जाएगी। उक्त कार्यक्रम अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) धमधा के मार्गदर्शन एवं डॉ. डीपी ठाकुर बीएमओ, धमधा के निर्देश अनुसार विकासखण्ड प्रबंधक राजेन्द्र वर्मा एवं समस्त चिकित्सा अधिकारी, ग्रामीण स्वास्थ्य सहायक, सुपरवाईजर महिला-पुरूष, स्टॉफ नर्स, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला-पुरूष, लैब टेक्नोलोजिस्ट सीएचओ तथा समस्त अधिकारी कर्मचारी द्वारा वर्तमान में मानव सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं।