राजनांदगांव
कलेक्शन की रकम को ब्याज में लगाया
'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 मई। खैरागढ़ के सरकारी शराब दुकान में 32 लाख रुपए का हेराफेरी किए जाने का मामला सामने आने के बाद आबकारी महकमे के कान खड़े हो गए। बताया जा रहा है कि बैंक में पासबुक एंट्री करने के दौरान इस रकम के गोलमाल किए जाने का खुलासा हुआ। खैरागढ़ में शराब दुकान से हर दिन रकम को थाना में जमा किया जाता है। इसके एक दिन बाद कलेक्शन करने की अधिकृत कंपनी सीएमएस के कर्मचारी द्वारा रकम को बैंक में जमा किया जाता है।
बताया जाता है कि उक्त कंपनी को कलेक्शन करने का ठेका दिया गया है। बैंक में 32 लाख रुपए जमा नहीं होने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन की। शुरूआती जांच में ही पुलिस ने अखिलेश सोनी नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया। उस पर अमानत में खयानत करने के तहत पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज किया है। बताया जाता है कि शराब दुकान के पैसे को आरोपी ने ब्याज के कारोबार में लगा दिया।
32 लाख रुपए की एंट्री बैलेंस सिटी में नहीं दिखाए जाने से खलबली मच गई। आखिरकार पुलिस ने पूरे मामले का पर्दाफाश किया है। सीएमएस कंपनी के कर्मी अखिलेश सोनी ने अपने किसी परिचित को उक्त रकम ब्याज के धंधे में लगाने के लिए दे दिया। कंपनी के कर्मचारी द्वारा बैंक में रकम जमा नहीं करने के मामले में गोलमोल जवाब दिया जा रहा था।
उधर जांच में पता चला कि कलेक्शन कर्मी ने रकम को बैंक में जमा नहीं किया। उधर आबकारी महकमे का दावा है कि इस हेराफेरी की रकम कंपनी द्वारा ही जमा कराई जाएगी। इसके लिए महकमा कहीं भी जवाबदारी नहीं है। अफसरों का दावा है कि रकम पूरी तरह से सुरक्षित है।