बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 12 मई। बढ़ती गर्मी और कोरोना काल के बीच जैन युवा शक्ति के सदस्य जीवदया की अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं। शहर में आवारा घूम रहे मवेशियों के लिए चारा, चिडिय़ों के लिए सकोरा एवं हर वार्ड में जीवों के लिए कोटना रखने की परंपरा ये युवा निभा रहे हैं। इसके लिए बाकायदा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया, जिस पर कोई भी व्यक्ति फोन कर अपने घर के सामने कोटना चारा ले सकते और युवा उन्हें उपलब्ध करवा रहे हैं।
महामारी ने हाहाकार मचा रखा है, वहीं जब से लॉकडाउन पुन: लगा है, मवेशियों को हरा चारा, रोटी, गुड़ आदि खिला रहे और उनकी भूख मिटा रहे हंै। जैन युवा शक्ति के सदस्यों द्वारा प्रतिदिन सोशल डिस्टेंस बना कर दो चार सदस्यों द्वारा अलग अलग वाहन का उपयोग कर जीवदया का कार्य शहर में हर वार्ड में रोड जैसे सदर बाजार, मधु चौक, रेलवे स्टेशन, जय स्तंभ चौक, गंज पारा, सीकरी पारा, बुधवारी बाजार, नया पारा आदि हर गली रोड़ में बैठे जीव जंतु को भोजन करवाया जा रहा।
युवाओं द्वारा कोरोना से पीडि़त मरीजों को स्वस्थ होकर लौटने के दौरान एक एक पौधा वितरण किया जा रहा है और लोगों को पेड़ का महत्व समझाया जा रहा। इस कार्य से और भी लोग प्रेरणा ले रहे दुर्ग रायपुर की भी संस्था यहां कार्य मे जुड़ रही। जैन युवा शक्ति बालोद द्वारा अब लोगों को कोविड का टीका लगवाने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेरित भी किया जा रहा है।