राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 12 मई। वैश्विक महामारी संकट के मध्य खाद की मूल्यों में बढ़ोत्तरी ने किसानों के समक्ष एक नया संकट खड़ा कर दिया है। केंद्र सरकार द्वारा खाद के मूल्य में की गई बेतहाशा वृद्धि से किसानों में रोष है। किसानों ने खाद में की गई मूल्य वृद्धि का विरोध शुरू कर दिया है।
किसानों का कहना है कि कोरोनाकाल में आज जहां जीवन चलाना मुश्किल हो गया है। ऐसे समय में राहत देने के स्थान पर केंद्र सरकार द्वारा खाद मूल्य में बढ़ोत्तरी करने से खेती महंगी हो जाएगी और आज के दौर में खेती करना घाटा का सौदा साबित होगा। किसानों ने केंद्र सरकार से अपने निर्णय पर पुर्नविचार करने तथा मूल्य वृद्धि वापस लेने की मांग की है।
अक्ती पर्व के बाद खरीफ के लिए खेती-किसानी शुरू हो जाएगा और इस वर्ष केंद्र सरकार द्वारा खाद के मूल्य में की गई वृद्धि ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। हाथीकन्हार व चौकी नगर के कृषक रामदयाल साहू, भागवत यादव, सुनील सिन्हा, सेवकराम यादव ने बताया कि कोरोना संकटकाल में आज जहां जीवन बचाना व जीवन चलाना मुश्किल है, ऐसे हालात में डीएपी, पोटाश, कृभको, एसएसपी पावडर, एसएसपी दानेदार, जिकेटे आदि खाद के मूल्य में बेहताशा वृद्धि कर किसानों के समक्ष एक नया संकट खड़ा कर दिया है।
किसानों ने केन्द्र सरकार के निर्णय का विरोध करते कहा कि महामारी संकट के दौरान मोदी सरकार का निर्णय पूरी तरह किसानों के खिलाफ है। किसानों ने कहा कि खाद के मूल्यों में बढ़ोत्तरी से ऐसे में तो खेती की लागत बढ़ जाएगी और खेती करना पूरी तरह आज महंगा सौदा साबित होगा।
भाजपा का किसान विरोधी चेहरा उजागर - छन्नी
खाद के मूल्यों में हुई वृद्धि को लेकर खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने केन्द्र की भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा से पंूजीपतियों एवं व्यापारियों की पार्टी व उनकी संरक्षणदाता रही है। वह कभी भी गरीब, किसान, मजदूर का भला व विकास नहीं चाहती है। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सही मायने में किसानो की हितैषी होती तो कोरोनाकाल के दौरान खाद के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि नहीं करती और किसानों के हित मेें स्वामीनाथन कमेटी के निर्णय को कब से लागू कर दिया जाता।
उन्होंने कहा कि महामारी संकट के दौरान आज गरीब किसानों को आर्थिक पैकेज एवं मदद की दरकार है तो भाजपा की मोदी सरकार किसानों के पेट में लात मारने में लगी है। उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के किसान केन्द्र सरकार द्वारा की गई खाद के मूल्यों में वृद्धि को लेकर जल्द ही भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। लॉकडाउन एवं कोरोना प्रोटोकाल को ध्यान में रखकर विरोध प्रदर्शन व आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है। विधायक ने कहा कि इस आंदोलन में किसानों के साथ कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी अपने-अपने घरों के सामने तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे और प्रधानमंत्री व कृषि मंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपकर किसानों के हित में खाद के मूल्य में की गई वृद्धि को वापस लेने की मांग करेंगे।