सरगुजा
नायब तहसीलदार के वाहन को भी किया क्षतिग्रस्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 12 मई। जिला मुख्यालय से लगे बडऩी झरिया गांव के ग्रामीणों ने पटवारी पर हमला कर दिया और नायब तहसीलदार के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। यह घटना उस दौरान हुई, जब राजस्व अमला बिना पुलिस के बल के अवैध अतिक्रमण हटाने गांव पहुंचा था। हालांकि इस घटना की सूचना पर पहुंची गांधीनगर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने के बाद मामला शांत हो गया।
अम्बिकापुर एसडीएम न्यायालय ने कुछ दिन पहले अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को अवैध कब्जे की शिकायत के बाद शहर से लगे बडनी झरिया गांव का सर्वे करने के निर्देश दिए थे। सर्वे होने तक गांव की जमीन पर किसी तरह के निर्माण और कागजी कार्यवाही पर स्टे लगा दिया था, जिसके बाद लगातार इस गांव में सर्वे का काम चल रहा था।
इसी दौरान लॉकडाउन में भू माफियाओं और वन्य ग्राम की जमीन के अवैध खरीददार काफी सक्रिय हो गए और घर बाउंड्री और अन्य निर्माण करने लगे। जिसकी शिकायत पर एक बार फिर इलाके के पटवारी और नायब तहसीलदार आज गांव में अवैध निर्माण तोडऩे की नीयत से पहुंचे, लेकिन तभी वहां की महिलाओ की अगुवाई में पुरूषों ने पटवारी के साथ हाथापाई कर दी और नायब तहसीलदार के वाहन के टायर को पंचर कर दिया।
सूचना पर एसडीएम प्रदीप साहू, सीएसपी एसएस पैकरा और गांधीनगर टीआई अनूप एक्का के साथ मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया। वहीं जब मीडिया ने पीडि़त पटवारी से उसकी राय जाननी चाही तो एसडीएम साहू ने मीडिया से कुछ बताने के लिए मना कर दिया।
जानकारी के मुताबिक शहर से लगे जिस गांव बडऩी झरिया में ये घटना हुई, वो वन्य ग्राम है और वर्षों से इस गांव में विशेष पिछड़ी जनजाति पण्डो समाज के लोग निवास करते आ रहे हंै। लेकिन देखने को ये मिल रहा है कि भोले भाले इन पण्डो जाति के लोगों को बहला फुसलाकर शहर के कुछ भू माफिया सरकारी जमीन गैर आदिवासी और दूसरे स्थानों से आए आदिवासियों को गैर शासकीय लिखा पढ़ी में बेच दे रहे हंै।