राजनांदगांव
नांदगांव के ज्यादातर मोहल्लों में की देवी पूजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 मई। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझते इंसानी जिंदगी को संकटमुक्त रखने के लिए शहर की महिलाओं ने एक दिन का कठिन व्रत रखकर देवी पूजा की। शहर के ज्यादातर गली-मोहल्लों में महिलाओं ने कोरोना वायरस की दुनिया से बिदाई के लिए कड़ा उपवास रखा। महिलाओं का मानना है कि संकट के इस दौर में अब दैवीय शक्तियां ही इंसानों की सुरक्षा कर सकती है। महिलाएं अपने छोटे बच्चों की चिंता भी कर रही है। उपवास रखने का मकसद घर-परिवार के नौनिहालों के अलावा अन्य लोगों की कोरोना संकट से निजात दिलाना है। महिलाओं ने आज मां शीतला देवी की पूजा-अर्चना की।
‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते एक व्रतधारी महिला अंजली सिन्हा ने कहा कि बुरे वक्त में भगवान तारणहार होते हैं। कोरोना संकट से छुटकारा दिलाने में दैवीय शक्तियां ही अपना असर दिखाएंगी। इसी कामना को लेकर महिलाओं ने व्रत रखकर तकलीफ से बाहर निकालने ईश्वर से प्रार्थना की है। एक और महिला मंजू सिन्हा का कहना है कि कठिन दौर जल्द ही खत्म हो जाएगा। संकट की समय सीमा कुछ दिनों की होती है। उनका कहना है कि निश्चिततौर पर देवी-देवता ही इंसानों को बचाने चमत्कारिक शक्तियों का इस्तेमाल करेंगे।
बताया जा रहा है कि राजनांदगांव शहर के ज्यादातर गली-मोहल्लों में सामूहिक रूप से महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। मास्क लगाकर महिलाओं ने ईश्वरीय ताकत से कोरोना संकट को दूर करने की प्रार्थना की। आज पूरे दिन महिलाओं ने व्रत रखकर देवियों की अलौकिक गाथाओं का स्मरण किया।