राजनांदगांव

धीमी शुरूआत के साथ ‘हरा सोना’ की तोड़ाई
13-May-2021 1:36 PM
धीमी शुरूआत के साथ ‘हरा सोना’ की तोड़ाई

नांदगांव-खैरागढ़ वन मंडल में अक्ती के बाद तेज होगी तेन्दूपत्ता तोड़ाई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 मई।
‘हरा सोना’ तेन्दूपत्ता की तोड़ाई धीमी गति के साथ शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि समूचे राजनांदगांव जिले में एक लाख 26 हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता तोड़ाई का लक्ष्य रखा गया है। बताया जा रहा है कि राजनांदगांव और खैरागढ़ वन मंडल में 8 मई के बाद से तेन्दूपत्ता की तोड़ाई का सिलसिला शुरू हो गया है। 

राजनांदगांव वन मंडल के मानपुर के कारेकट्टा समिति में तोड़ाई के बाद पत्तों का संग्रहण भी किया जा रहा है। राजनंादगांव वन मंडल में कुल 84 हजार मानक बोरा का लक्ष्य लेकर तोड़ाई की जा रही है। 51 लाटों में तोड़ाई करते हुए समितियों में तेन्दूपत्ता की गड्डियां जमा की जा रही है। बताया जा रहा है कि दोनों वन मंडल में तोड़ाई की गति धीमी है। इस साल तेन्दूपत्ता तोड़ाई में करीब सप्ताहभर की देरी भी हुई है। बीते साल की तुलना में जंगल में तेन्दूपत्ता की पैदावार में विलंब हुआ है। बताया जाता है कि खराब मौसम के कारण भी तोड़ाई समय पर असर पड़ा है। इस संबंध में खैरागढ़ डीएफओ  संजय यादव ने ‘छत्तीसगढ़’  को बताया कि पिछले दो दिनों से खराब मौसम के कारण तोड़ाई बंद थी, अब फिर से शुरू हो गया है। 

मिली जानकारी के मुताबिक खैरागढ़ वन मंडल में 28 हजार तेन्दूपत्ता संग्राहक तोड़ाई कार्य में लगे हुए हैं। खराब मौसम से तेंदूपत्ता की गुणवत्ता पर आंशिक असर पड़ा है। मई के आखिरी तक तेन्दूपत्ता तोड़ाई होगी। संग्राहकों को प्रति सौ गड्डी के एवज में 400 रुपए का पारिश्रमिक दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि तेन्दूपत्ता तोड़ाई की मियाद खत्म होते ही सप्ताहभर के अंदर संग्राहकों के खाते में मेहनताना जमा कर दिया जाएगा। 

बताया जा रहा है कि राजनांदगांव जिले में पत्तों गुणवत्ता मई के दूसरे सप्ताह में अच्छी रहती है। इस कारण अन्य जिलों की तुलना में यहां करीब सप्ताहभर की देरी के बाद ही तोड़ाई शुरू होती है। बताया जा रहा है कि कोविड-19 की शर्तों के बीच तेन्दूपत्ता की तोड़ाई होगी। दीगर राज्य के ठेकेदारों ने लॉट की नीलामी से मालिकाना हक हासिल किया है। वन अमले की ओर से ठेकेदारों को तोड़ाई के दौरान कोविड-19 के नियम कायदों का सख्त पालन करने का निर्देश दिया गया है। बाहरी राज्यों से आने वाले ठेकेदारों को क्वारेंटाईन भी रखा जाएगा। वहीं तेन्दूपत्ता संग्राहकों पर जमीनी अमले के जरिये नजर रखी जाएगी। स्वस्थ होने की स्थिति में ही तोड़ाई की अनुमति दी जाएगी। बताया जा रहा है कि तेन्दूपत्ता तोड़ाई के लिए वन बाशिंदों में जबर्दस्त उत्साह है।

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