कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 13 मई। कोरिया के जिला अस्पताल बैकुंठपुर में स्थित कियोस्क लैब में एंटीजन कीट खत्म होना बता कर कोरोना लक्षण आने वालों को टू्रनॉट और आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने की सलाह दी जा रही है।
इस संबंध में संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कर संक्रमितों की पहचान करना है, एंटीजन टेस्ट बंद नहीं होना चाहिए, मंै सीएमएचओ से चर्चा करती हूं। वहीं इस संबंध में बीएमओ सुरेन्द्र पैकरा का कहना है कि एंटीजन कीट की कमी है, इसलिए एंटीजन टेस्ट रोक दिए गए है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जिले में 11 मई को 700 कोरोना संक्रमित सरकारी रिपोर्ट में सामने आए, उस दिन जिले का आंकड़ा पूरे राज्य में दूसरे नंबर पर था, जिसके ठीक दूसरे दिन 12 मई को जिला अस्पताल के कियोस्क लैब में लंबी-लंबी लाइन में लगे लोगों को यह कह कर जाने के लिए बोल दिया गया, कि उनके यहां एंटीजन किट खत्म हो चुकी है। जौ
किट खत्म होने के बाद 13 मई को जांच का कार्य बंद रहा। इस दौरान काफी संख्या में लोग कोरोना जांच कराने केंद्र पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि किट ही नहीं हैै। कई वापस लौट गए तो कईयों को जांच में लगे लोगों ने ट्रू नॉट व आरटीपीसीआर जांच कराने की सलाह देते देखे गए।
गौरतलब है कि 12 मई को दोपहर के समय जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में वायरोलॉजी लैब का शुभारंभ संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव के द्वारा फीता काटकर शुभारंभ किया था जिसमें वर्चुअल रूप से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव, जिले के प्रभारी मंत्री डॉ.शिव डहरिया सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी के साथ अन्य उपस्थित रहे।
कोरिया जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में पूरे जिले भर से मरीज इलाज के लिए आते है, यहां सबसे ज्यादा रेफर मामले चिरमिरी मनेन्द्रगढ़ से बड़ी संख्या में आ रहे हंै, जो मामले आ रहे हंै, उनके ज्यादा संख्या कोरोना संक्रमितों की पाई रही है। दो तीन दिन पूर्व जिला अस्पताल में दो लोगों की मौत हो गई थी, जांच में दोनों पॉजिटिव पाए गए थे बाद मे कोविड प्रोटोकाल के तहत उन्हें घर भेजा गया था।
आरटीपीसीआर की बाध्यता खत्म
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने 5 मई को आरटी-पीसीआर को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें बताया गया है किन परिस्थितियों में आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना चाहिए और कब नहीं।
कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार जारी है। आरटी-पीसीआर टेस्ट के जरिए पता किया जाता है कि कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है या नहीं। देश में लैब कर्मियों पर बढ़ते दबाव को देखते हुए अब आईसीएमआर ने आरटी-पीसीआर को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। गाईडलाइन के अनुसार ऐसे में आरटी-पीसीआर जांच की जरूरत नहीं होगी। जब रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना संक्रमण पाए जाने पर आरटी-पीसीआर जांच नहीं करानी चाहिए। जब पहली बार आरटी-पीसीआर जांच में व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया। जब कोई व्यक्ति 10 दिनों तक होम आइसोलेशन में हो और तीन दिन से बुखार न आया हो। अस्पताल से छुट्टी मिलने के समय आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। अगर किसी व्यक्ति ने अंतरराज्यीय यात्रा की है तो टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।