कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 13 मई। बस्तर संभाग में बढ़ी मात्रा में तेंदूपत्ता तोडऩे का कार्य वनवासियों द्वारा किया जाता है। जिसका पारिश्रमिक राशि का भुगतान बैंक के माध्यम से किया जाता है। कोरोना काल में संग्राहकों को इससे परेशानियों को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने वन मंत्री मो. अकबर से व विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया था कि संग्राहकों की परेशानी देखते हुए, उनको वर्तमान में नगद भुगतान किया जाय।
पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के अनुरोध पर कोविड संक्रमण के वर्तमान फैलाव के कारण संग्राहकों को बैंक आने-जाने से संक्रमण के खतरे और लॉकडाउन की स्थिति के कारण बैंक भी नागरिकों हेतु अभी तक खोले नहीं गए, को दृष्टिगत रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तेन्दूपत्ता पारिश्रमिक की राशि को नगद के रूप में भुगतान की अनुमति आदेश जारी कर दिये हैं। पीसीसी अध्यक्ष ने इस छूट के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वन मंत्री मो. अकबर को धन्यवाद देते हुये कहा कि इस आदेश से तेंदूपत्ता संग्राहकों को कोविड के समय बड़ी राहत मिलेगी।