राजनांदगांव
कवर्धा में पकड़ाए दो नक्सली पॉजिटिव, संगठन में खलबली
प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 14 मई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। वैश्विक महामारी कोरोना ने जंगल में छिपे नक्सलियों को भी बीमार कर दिया है। इस बीमारी के जकड़ में आने से नक्सल संगठन में खलबली मच गई है। कवर्धा पुलिस के हत्थे चढ़े दो नक्सली दिवाकर और लक्ष्मी के कोरोनाग्रस्त होने के बाद पुलिस अंदरूनी इलाकों में नक्सलियों की सेहत को लेकर पतासाजी कर रही है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ (एमएमसी जोन) की सरहदी सीमा के नक्सल संगठन में खुफिया तंत्रों के जरिये पुलिस को शीर्ष नक्सलियों के बीमार होने की जानकारी मिल रही है।
बस्तर में कुछ हार्डकोर नक्सलियों के इस बीमारी से जान गंवाने की अपुष्ट खबरों के बीच कवर्धा में दोनों नक्सली के कोरोनाग्रस्त होने से यह साफ हो गया कि इस बीमारी ने बीहड़ में भी अपनी जड़ें जमा ली है। बताया जा रहा है कि बालाघाट पुलिस में हाल ही में नक्सलियों के बीमार होने की खबर से आत्मसर्पण करने की अपील की है। एमएमसी जोन में आधा दर्जन से अधिक नक्सल दलम सक्रिय हैं। वहीं नक्सलियों की मिलिट्री, विस्तार और जनमिलिशिया दलम अतिरिक्त रूप से संगठन को मजबूत करने के लिए डटी हुई है।
बताया जा रहा है कि दिवाकर और लक्ष्मी के कोरोनाग्रस्त होने से इस बात को बल मिला है कि नक्सली भी इस महामारी से घिरे हुए हैं। इस संबंध में कवर्धा एसपी सलभ सिन्हा ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि दोनों नक्सली भी कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि नक्सल संगठन में इस बीमारी का असर नहीं होगा। एसपी का कहना है कि भीतरी इलाकों में नक्सलियों की सेहत को लेकर नजर रखी जा रही है। पुलिस के पास सूचना है कि कुछ नक्सली कोविड से जूझ रहे हैं। इस बीच कवर्धा पुलिस को मिली सफलता नक्सल मोर्चे में इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पहला मामला है जब नक्सली कोरोनाग्रस्त पाए गए हैं।
बताया जा रहा है कि दिवाकर जहां कोंडागांव जिले का बाशिंदा है। वहीं लक्ष्मी दक्षिण बस्तर की रहने वाली है। दिवाकर एरिया कमेटी मेम्बर के तौर पर प्लाटून नंबर 2 का कमांडर है। वहीं लक्ष्मी भी इसी प्लाटून की सदस्य है। एमएससी जोन के नक्सलियों के कोरोना वायरस के चपेटे में आने से यह स्पष्ट है कि नक्सल संगठन में खलबली मच गई है। बालाघाट, राजनांदगांव और कवर्धा पुलिस सीमा पर नक्सलियों की आवाजाही को लेकर जानकारी जुटा रही है।