बिलासपुर

अफसरों से जान का खतरा बता चुके आरक्षक की सडक़ हादसे में मौत, परिवार ने जताई हत्या की आशंका
14-May-2021 5:06 PM
अफसरों से जान का खतरा बता चुके आरक्षक की सडक़ हादसे में मौत, परिवार ने जताई हत्या की आशंका

एक दिन पहले ही टीआई पर लगाया था घूस लेकर फड़ चलाने का आरोप, सीएम फंड में एक साल का वेतन डालकर आया था चर्चा में

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 मई।
जांजगीर-चांपा जिले में बीती रात एक आरक्षक पुष्पराज सिंह की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है। आरक्षक पहली बार तब चर्चा में आया था जब उसने अपने अधिकारियों पर अंडरवियर धुलवाने का आरोप लगाया था। हाल ही में मुख्यमंत्री सहायता कोष में अपने एक साल वेतन का दान कर दिया था। जिसकी मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर प्रशंसा भी की थी।  

उसने अधिकारियों के भ्रष्टाचार को कई बार उजागर किया। सस्पेंड करने और बर्खास्त करने की धमकी मिलने की जानकारी भी सोशल मीडिया पर दी थी। एसपी से अपनी जान को खतरा भी बताया था।  

अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक मूलत: मुंगेली के पास ग्राम मदनपुर के रहने वाले कांस्टेबल पुष्पराज सिंह की तैनाती इस समय सक्ती में थी। बीती रात करीब 12.30 बजे अपनी स्कूटी सहित सडक़ पर गिरा हुआ मिला उसके शरीर पर बिजली के तार लिपटे हुए थे और गले में भीतर भी तार उलझा हुआ था। घटना देसी शराब दुकान के पास की है और इसकी सूचना पुलिस के मुताबिक दुकान के गार्ड से उन्हें मिली। पुलिस की जांच के अनुसार तेज रफ्तार स्कूटी से पुष्पराज गिरा और उसके गले में सडक़ पर बिखरे तार से फंस गया। दम घुटने से उसकी मौत हो गई।

दूसरी तरफ इनके परिवार वालों का कहना है कि उसकी हत्या की गई है। उसके भाई गुड्डू सिंह ने कहा है कि पुष्पराज पुलिस विभाग के अधिकारियों और गृह मंत्री तक के खिलाफ कई पोस्ट किए हैं। सक्ती थाना प्रभारी के खिलाफ उसने आरोप लगाया था कि लॉकडाउन के दौरान सिलनी गांव में  जुए का फड़ चलवाने के लिये 1 लाख रुपये महीने घूस ले रहे हैं। यह पोस्ट अब डिलीट हो गया है।

पुष्पराज के परिवार वालों का कहना है कि इसी तरह की विवाद के चलते उसकी हत्या की गई है। एक ही दिन पहले पुष्पराज साहू ने फेसबुक पर पोस्ट लिखा था कि उसे बर्खास्त या सस्पेंड कर देने की धमकी मिल रही है। पुष्पराज ने एक साल पहले पोस्ट डाला था की अगर उसकी मृत्यु होती है तो इसके लिए एसपी जिम्मेदार होंगे। कल की पोस्ट में उसने लिखा था की ताकत है तो सस्पेंड बर्खास्त करके बताओ, पहले भी छह बार सस्पेंड और बर्खास्त हो चुके हैं।  

सबसे पहले पुष्पराज सिंह की चर्चा तब हुई थी जब तीन साल पहले उसने पुलिस अधिकारियों पर अंडरवियर धुलवाने का आरोप लगाते हुए यह काम करने से मना कर दिया था। उसे अब तक 6 बार सस्पेंड किया जा चुका है। एक बार बर्खास्त करने की कार्रवाई भी शुरू की गई थी, जिस पर उसे कोर्ट से स्थगन मिल गया था। एक एसपी ने उसकी तलाशी के लिये थानों को नोटिस भी जारी किया था। 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news