रायगढ़
दिन व रात सेवा भाव से करते हैं काम, परिवार के लोग भी बढ़ाते हैं हिम्मत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 मई। यूं तो पूरे देश में कोविड कोरोना के बढ़ते संक्रमण से परेशान लोगों के लिए अलग-अलग संस्थाएं तन-मन धन से काम करते हुए परेशान लोगों के लिए देवदूत बन रहे हैं। लेकिन रायगढ़ जिला मुख्यालय में सांझा चूल्हा की टीम लीक से हटकर वो काम कर रही है जो शायद ही प्रदेश में किसी संस्था ने किया हो।
मात्र 31 सदस्यों की यह संस्था बीते एक महीने से लगातार घर-घर जाकर कोविड मरीजों के लिए शुद्ध व ताजा भोजन के साथ-साथ गरीब तबके के लोगों के लिए कच्चा व पका हुआ खाना मुहैया करा रहे हैं, इतना ही नहीं समय-समय पर जरूरतमंद लोगों को दवाई या उनके घर के और कोई कार्य जो रूके हुए हैं, उन्हें करने के लिए पूरी तत्परता से सांझाचूल्हा की टीम जुटी हुई है। इस टीम ने दिन व रात पूरी सेवा भावना के साथ जो काम किया है। उसकी चंहुओर प्रशंसा हो रही।
लगभग दो साल पहले बनी सांझाचुल्हा की टीम पहले समाज के उन लोगों के लिए आगे आई, जिनके घरों में गरीबी के चलते दो वक्त का चूल्हा भी नहीं जल पाता था और साथ ही साथ उनके घर के बच्चों के पढ़ाई में आने वाले खर्च में भी बड़ी परेशानी हो रही थी। सांझा चूल्हा के अध्यक्ष सुशील रामदास व उनकी टीम ने एक राय होकर अग्रवाल समाज के उन लोगों के लिए कार्ड बनाए जिन्हें माह भर का राशन या तो मुफ्त या आधे दाम में प्रदान किया जाए।
समिति के अध्यक्ष सुशील रामदास ने बताया कि इस शुरूआत के बाद सांझा चुल्हा ने एक सर्वे के माध्यम से पढ़ाई में आगे रहने वाले बच्चों के लिए भी एक योजना बनाई जिसमें बच्चों को खर्च ज्यादा होने के चलते पढ़ाई न छोडऩी पड़े और उनके लिए बकायदा राशि जारी करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहल की गई। इतना ही नहीं इस शुरूआत के बाद ऐसे कई परिवार है जिन्होंने अब सांझा चुल्हा की सहायता के बाद सहायता लेना बंद कर दिया और खुद के रोजगार के संसाधन जुटाकर टीम को आगे लाने के लिए अपना सहयोग दे रहे हैं।
लॉकडाउन के समय पूरी टीम ने सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया कि ऐसे परिवार जिनकी रोजी रोटी का जरिया लॉकडाउन के चलते बंद हो गया उन्हें दो वक्त का भोजन तथा अन्य सामान मुहैया कराने की पहल की गई इतना ही नहीं खाकी वर्दी वालों के लिए भी शुद्ध व ताजा भोजन साथ में सुबह का नाश्ता प्रदान करना शुरू किया गया। इतना ही नहीं कोविड कोरोना संक्रमण के चपेट में आए लोगों के लिए भी उनकी टीम ने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए उनके एक फोन पर सुबह व शाम भोजन के पैकेट प्रदान करना शुरू किये जो पूरे माह भर से दिए जा रहे हैं और आगे भी जरूरत पडऩे पर उनके सदस्य घर पहुंच सेवा देंगे। सांझा चूल्हा टीम में आनंद नहाडिया, बजरंग अग्रवाल, शिव अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, होटल श्रीतारा के प्रबंधक पंकज अग्रवाल सहित अन्य सदस्य बारी-बारी से यह दायित्व सम्हालते हैं और सुबह 9 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक भोजन के कार्य को सम्हालते हैं।
सांझा चुल्हा टीम के अध्यक्ष सुशील रामदास बताते हैं कि इस टीम में सेवा भाव के काम के साथ-साथ लॉकडाउन के समय जिस परिवार को दवा या उनका कोई काम नही हो पा रहा हो उसके लिए भी हमेशा संपर्क में रहते हैं। इतना ही नहीं टीम के लोग एक मैसेज पर संबंधित व्यक्ति से संपर्क करके उनकी समस्या को सुनने के बाद प्रशासन तथा पुलिस की मदद के अलावा टीम के सदस्यों के भरसक प्रयास से पूरी भी करते हैं और आगे भी उनका यह कार्य सतत जारी रहेगा।
सुशील रामदास का कहना है कि स्व. सेठ किरोडीमल की इस धरती पर भूखे पेट को भरना सबसे बडा काम है और इसके लिए उन्होंने या उनकी टीम ने खर्च की परवाह कभी नही की है और सभी सदस्यों से मिलकर यह बीड़ा उठाया है।