राजनांदगांव
घरौंदा और कुनबा रहे मेरा सलामत
15-May-2021 1:49 PM
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 मई। इंसान और पक्षियों में घरौंदे और कुनबा बढ़ाने की बराबर की समझ पक्के तौर पर मेल खाती है। दोनों घर और पीढ़ी की सलामती के लिए दीवार की तरह खड़े रहते हंै। घर और बच्चों की सुरक्षा को लेकर सब कुछ दांव लगाने में पक्षी-इंसान का स्वभाव समान है। नए मेहमान के रूप में पैदा हुए चूजे का भूख मिटाते नर और बगल में सुकून के साथ बैठी मादा को हमारे फोटोग्राफर अभिषेक यादव ने घंटेभर इंतजार के बाद कैमरे में कैद किया।