बलौदा बाजार
भाटापारा, 15 मई । कोरोना संक्रमण से जूझ रहे नागरिक एक ओर जहां अपने रोजी रोजगार से वंचित है, वहीं दूसरी ओर विद्युत विभाग द्वारा लोगों को अब तक विद्युत बिल का वितरण नहीं कराया गया है। ऐसी स्थिति में लॉक डाउन खुलने के बाद दो माह के एक मुश्त बिल आने पर लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा, इसी बात को लेकर लघु व मध्यम परिवार चिंतित है।
इस बीच विद्युत विभाग के सूत्रों का कहना है कि महामारी काल के दौरान विद्युत मीटर रीडिंग करने वाले के कार्य पर नहीं आने से लोगों के घरों के बिजली मीटर की रीडिंग नहीं हो पायी है, फिर भी विभाग द्वारा लोगों को मोबाईल मैसेज भेजकर विद्युत बिल 10 मई तक जमा करने सूचना दी गई है।
नगर में 13 हजार से अधिक विद्युत उपभोक्ता हैं। विभाग का कहना है कि बिजली बिल देयक में जो डेढ़ प्रतिशत सरचार्ज लगता है, वह अब उपभोक्ताओं को इसलिये नहीं देना पड़ेगा, क्योंकि महामारी के कारण रीडिंग का कार्य नहीं कर पाये है इसलिये उपभोक्ताओं को सरचार्ज से मुक्त किया गया है।
इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 6 हजार से अधिक विद्युत उपभोक्ता हैं।
दामाखेड़ा, सिमगा, सुहेला, भाटापारा ग्रामीण 1 एवं 2 तथा निपनिया क्षेत्र में भी अधिकांश उपभोक्ताओं को प्रिंटेड विद्युत बिल प्राप्त नहीं होने की जानकारी है। अधिकांश लोगों को विभाग द्वारा मोबाईल एप्प एवं मैसेज के जरिये अनुमानित बिल भेजा गया है। लॉकडाउन के खत्म होने के बाद वास्तविक रीडिंग बिल भेजा जाएगा। बहरहाल महामारी व लॉकडाउन के बीच अपनी रोजी रोजगार गंवा बैठे लोग एक मुश्त भारी भरकम बिल आने के संदेह में चिंतित हो रहे हैं।