बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 16 मई। सेमरसोत अभ्यारण्य क्षेत्र में तेंदूपत्ता तोडऩे गए ग्रामीण को जंगली भालू ने हमला कर घायल कर दिया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
तेंदूपत्ता तैयार होते ही ग्रामीणों का जंगलों में पत्ती तोडऩे की होड़ शुरू हो गई है। तेंदूपत्ता तोडऩे लोग सेमरसोत अभ्यारण्य के साथ-साथ आसपास के जंगल में भी जाने लगे है, जबकि अभ्यारण्य क्षेत्र में तेंदूपत्ता तोडऩा या किसी भी प्रकार का संग्रहण करना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। इसका प्रचार प्रसार भी वन विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसके बावजूद भी ग्रामीण नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।
आज सुबह दलधोवा निवासी विरेन्द्र पिता रतिराम दलधोवा के पहाड़ में तेंदूपत्ता तोडऩे गया था। इसी दरम्यान भालू ने उस पर हमला कर दिया। हमले में ग्रामीण किसी तरह अपनी जान बचा पाया। लेकिन भालू के हमले में ग्रामीण के कमर,पैर जख्मी कर दिया है। जैसे ही इसकी सूचना वन अमले को हुई, तत्काल जिला चिकित्सालय में भर्ती कराकर ईलाज प्रारंभ करा दिया गया। वहीं रेंजर डी पी सोनवानी के निर्देश पर पीडि़त परिवार को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराकर हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया गया। वन विभाग की टीम ग्रामीणों से अपील कर रही है कि अभ्यारण्य क्षेत्र में तेंदूपत्ता संग्रहण करने नहीं जाए। संग्रहण का कार्य अभ्यारण क्षेत्र में पूर्णत: प्रतिबंध है।