दन्तेवाड़ा
दंतेवाडा, 18 मई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक के प्रयास से लव-कुश कुपोषण मुक्त हुए। महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना किरंदुल सेक्टर किरंदुल की जोगी तामो ने 8 अगस्त 2020 को दो जुड़वा बच्चों (लव और कुश) को घर पर जन्म दिया। दोनों बालक जन्म से ही अति गंभीर कुपोषित थे। बच्चों के जन्म के छ: माह उपरांत किसी समिति के द्वारा यह बताया गया कि किरंदुल कोटवार पारा की जोगी तामो ने जुड़वा बच्चों को घर पर जन्म दिया, यह बात संज्ञान में आते ही कार्यकर्ता, सेक्टर सुपरवाइजर, परियोजना अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग पीएचसी कुआकोण्डा के आरएचओ द्वारा गृह भेंट कर दोनों बालकों को तत्काल एनआरसी भेजने की सलाह दी गयी। किंतु बच्चों की माता जोगी तामो एनआरसी जाने को तैयार नहीं थी, वहां उपस्थित सभी ने लोगों ने उन्हें समझाया, जिसके बाद दोनों बच्चों को दंतेवाड़ा एनआरसी 4 फरवरी 2021 को भर्ती किया गया।
भर्ती के समय बालक लव की उम्र 8 माह वजन 3.990 तथा बालक कुश की उम्र 8 माह वजन 4.00 किलाग्राम के थे। दोनों बच्चों को 15 दिनों के लिए एनआरसी में देखरेख किया गया। जिससे दोनों बच्चों के स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ और साथ ही बच्चों का वजन भी बढ़ा। इसके उपरांत दोनों बालकों को डिस्चार्ज किया गया और घर पर ही टीकाकरण किया गया। अब दोनों बालक स्वस्थ हैं, साथ ही एनआरसी से प्रत्येक 15 दिनों बाद फालोअप के लिए बुलाया गया है।
वर्तमान में कोविड-19 के महामारी की वजह से फालोअप के लिए एनआरसी नहीं ले जाया गया है। परंतु कार्यकर्ता द्वारा लगातार गृह भेंट के माध्यम से बालको की देखरेख एवं उनकी माता को उचित सुझाव दिया जा रहा है। वर्तमान में दोनों बालक (लव और कुश ) स्वस्थ है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक के अथक प्रयास एवं दृढ़ संकल्प के साथ क्रियान्वयन कर लोगों की सोच और धारणाओं में परिवर्तन लाने का विशेष प्रयास किया जा रहा है।