कोरिया

देखें VIDEOS : कोरिया के दो गांव, एक में कुष्ठ फैल रही, दूसरे गांव के परिवार के लोगों की रोशनी कम हो रही
23-May-2021 3:41 PM
देखें VIDEOS : कोरिया के दो गांव, एक में कुष्ठ फैल रही, दूसरे गांव के परिवार के लोगों की रोशनी कम हो रही

-चंद्रकांत पारगीर

बैकुंठपुर, 23 मई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। कोरिया जिले के भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के दो गांव ऐसे हैं, जहां मूलभूत सुविधाओं में से एक पेयजल के अलावा महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा लोगों को नहीं मिल पा रही है। भाजपा महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष उर्मिला नेताम दो ऐसे गांव पहुंची, जहां पूरा परिवार आंख की ऐसी बीमारी से जूझ रहा है, जिसमें एक निश्चित आयु के बाद लोग रोशनी खोते जा रहे हैं, जबकि दूसरे गांव में कई लोग कुष्ठ रोग से पीडि़त हंै। उन्होंने ऐसे लोगों की मदद के लिए प्रशासन से मांग की है।

इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा का कहना है कि मंै अभी उन गांवों में टीम रवाना करता हूं। कैसे यह बीमारी फैल रही है, उसका पता लगाया जाएगा और पीडि़तों का उपचार किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के केल्हारी थानंातर्गत ग्रामा खरला है जहां कई लोग इस समय कुष्ठ बीमारी से ग्रसित हो गये है। जिससे उनके हाथ पैर बेजान हो रहे हैं।  गांव पहुंचीं श्रीमती नेताम ने ऐसे कई पीडि़तों से चर्चा की।

पीने के पानी की भी उचित व्यवस्था नहीं
ग्राम खरला का दौरा करने के बाद पता चला कि इस गांव के लोगों को पीने के शुद्ध पानी भी नहीं मिल रहा है। लोगों को पेयजल के लिए कुंआ हैंडपंप भी नहीं है। जानकारी के अनुसार जिस जल स्रोत के पास जानवर बैठते हंै और पानी पीते हैं, उस जल स्रोत से ग्रामीण परिवार अपने परिवार को पेयजल के लिए पानी भरकर लाते हंै। 

केराबहरा के कई लोगों की जा रही आंखों की रौशनी
भरतपुर जनपद पंचायत के केल्हारी थानांतर्गत ग्राम केराबहरा में एक परिवार के करीब 10 से 15 लोग ऐसे हैं, जो अजीब बीमारी से ग्रसित हो रहे है। श्रीमती नेताम की माने तो यहां कुछ विशेष परिवार के लोगों का आंख की रौशनी युवा अवस्था में ही खोने लगती है। इस बीमारी से पीडि़त परिवार परेशान है। गरीबी में जीवन यापन करने वाले परिवारों के समक्ष यह बड़ी समस्या खड़ी कर रहा है। 

जानकारी के अनुसार केराबहरा गांव के संतोष कुर्रे (27) ने बताया कि उसकी उम्र अभी कमाने खाने की है लेकिन उसका एक आंख से पूरी तरह से दिखना बंद हो गया है और दूसरी आंख सिर्फ 15 फीसदी ही कार्य कर रहा है। उसने बताया कि गत  26 अपै्रल को जब वह अपना उपचार कराने रायपुर के मेकाहारा में गया था तो उसे लॉकडाउन कहकर वापस कर दिया गया, जबकि संतोष कुर्रे ने बताया कि मेरा ऑपरेशन कराना बेहद जरूरी था, लेकिन मेकाहारा के चिकित्सकों द्वारा मुझे वापस कर दिया। पीडि़त ने बताया कि उसके दो पुत्र व दो पुत्री हैं। परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहा है ऐसे में मुझे अभी कुछ काम धाम करके कमाने की चिंता है।

 

नानी से बीमारी शुरू फिर परिवार में बढ़ता गया

 संतोष कुर्रे ने बताया कि सबसे पहले उसकी नानी को यह बीमारी हुई थी। उसकी नानी की दोनों आंखें खराब हो गयी थी। संतोष ने बताया कि नानी की आंखेें खराब हुई और उसकी मौत भी हो गयी। इसके बाद उसकी मां ज्ञान कुंवर का भी दोनों आंख की रौशनी चली गयी। पीडि़त के अनुसार नानी के बाद उसके मामा गंभीर साय, मामा शोभा, मामा जगतपाल के आंख की रौशनी चली गयी है। वहीं मामी सोनाकली की आंख की रोशनी भी जा रही थी लेकिन ऑपरेशन करवाने के बाद उसकी आंख  कुछ हद तक ठीक हो गयी। 

गत दिवस उक्त दोनों गांवों का दौरा भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष उर्मिला नेताम ने किया। इस दौरान  पीडित परिवारों से मिली। साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए उन्होंने लोगों केा टीकाकरण के लिए जागरूक भी किया। 

उर्मिला नेताम ने शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि खरला में कुष्ठ बीमारी फैली हुई है। कई ग्रामीण परिवार के लोगों का हाथ पैर गल रहे हैं, लेकिन इस गांव के ग्रामीणों की सुध लेने कोई अब तक नहीं आया। उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल भी ग्रामीणों को नसीब नहीं हो रहा है। जिस जगह से जानवर पानी पीते है वहीं का पानी ग्रामीण भी पीते है। उर्मिला नेताम ने कहा कि ग्रामीण बेहद संकट के दौर से गुजर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी समस्या बताते ग्रामीण रो पड़े। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है इन क्षेत्रों के लोगों का सुध लेने वाला कोई नहीं है। गांव अंधरे में डूबे रहता है, वहीं केराबेहरा में एक परिवार के कई लोगों में आंखों की बीमारी है। उनके आंखों की रोशनी कम होती जाती है। इस तरह के अजीब बीमारी से जुझ रहे है। इस ओर कोई नेता का ध्यान नहीं है। शासन-प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर पीडि़तों का उपचार कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरिया जिले के भरतपुर सोनहत के उक्त दोनों ही गांव नहीं बल्कि जिले में ऐसे कई और गांव होंगे, जहां के ग्रामीण कई तरह की परेशानी के बीच जीवन गुजार रहे हंै।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news