बीजापुर
प्रतिनिधियों ने मांगों का ज्ञापन कमिश्नर को सौंपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 मई। बस्तर कमिश्नर और आईजी सहित बीजापुर कलेक्टर तथा सुकमा कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक बीजापुर ने आज बासागुड़ा में सिलगेर इलाके के ग्रामीणों के 40 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल से भेंटकर विचार-विमर्श करने सहित क्षेत्र में शांति बनाये रखने की अपील की। इस दौरान बीजापुर जिले के सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। इस मौके पर सिलगेर ईलाके के ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन कमिश्नर बस्तर को सौंपा, जिस पर विचार कर निराकरण करने आश्वस्त दिया गया।
कमिश्नर बस्तर जीआर चुरेन्द्र ने कहा कि विकास के मामले में सिलगेर ईलाका पिछड़ा हुआ है, इसे ध्यान रखते हुए क्षेत्र के विकास में सहभागी बनें। क्षेत्र का विकास शांति स्थापना से ही संभव है। शासन-प्रशासन क्षेत्र के गांवों में बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के लिए हरसंभव पहल कर रही है। वनाधिकार पट्टा देने सहित तालाब, डबरी निर्माण और खेती-किसानी के लिए सहायता मुहैय्या करायी जायेगी। उन्होने क्षेत्र के ग्रामीणों की मांगों के निराकरण के लिए संवेदनशीलता के साथ प्रयास करने हेतु बल देते हुए कैम्प के जमीन संबंधी रिकार्ड का परीक्षण कराये जाने ग्रामीणों को आश्वस्त किया।
आईजी पी. सुंदरराज ने ग्रामीणों के प्रतिनिधियों से गुजारिश करते हुए कहा कि आंधी-बारिश की संभावना तथा कोविड संक्रमण के मद्देनजर ग्रामीण अब अपने घर लौट जायें। आंधी-बारिश से बीमार होने तथा कोविड संक्रमण होने की संभावना हो सकती है। इसलिए सिलगेर में एकत्रित न रहें और अपनी बातों को शांतिपूर्वक अवगत करायें। शासन-प्रशासन ग्रामीणों की मांगों पर विचार करेगी।
कलेक्टर बीजापुर रितेश कुमार अग्रवाल ने ग्रामीणों से बातचीत के लिए एक कदम आगे आने का आग्रह करते हुए कहा कि संवाद से ही समस्या का समाधान होगा और क्षेत्र में शांति स्थापित होने के साथ विकास को बढ़ावा मिलेगा। अभी कोविड संक्रमण से पूरा देश-दुनिया ग्रसित है, ऐसे समय में सतर्कता बरतना जरूरी है। जल्दी ही खेती-किसानी का कार्य भी शुरू होगा, इसे ध्यान रखकर ग्रामीण अपने गांव लौट जायें। उन्होंने कोविड से बचाव के लिए युवाओं को आगे आकर ग्रामीणों को प्रेरित करने कहा। वहीं ग्रामीणों को क्षेत्र में शांति बनाये रखने सहित लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्वक बात रखने की समझाईश देने कहा। उन्होंने घायल लोगों के बारे में जानकारी ली और उनके उपचार के लिए चिकित्सा दल भेजने की बात कही।
कलेक्टर सुकमा विनीत नंदनवार ने बताया कि घटना के दण्डाधिकारी जांच के आदेश दिये गये हैं। ग्रामीण जो अपना बयान दर्ज करवाना या पक्ष रखना चाहते हैं, वे सम्बन्धित दण्डाधिकारी को अवगत करवा सकते हैं। ऐसे ग्रामीणों के आने-जाने की पूरी व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कोविड के मद्देनजर ग्रामीणों को घर लौट जाने का आग्रह करते हुए कहा कि अनावश्यक भीड़ नहीं करें। स्वयं के बचाव सहित अपने घर-परिवार के लोगों और समाज के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए यह जरूरी है।
इस दिशा में अपने गांव के लोगों को अवगत करायें प्रशासन के साथ संवाद की जानकारी देवें।
उन्होंने क्षेत्र के विकास हेतु स्वीकृत कार्यों के बारे में अवगत कराया और जरूरत के अनुरूप हेंडपम्प सोलर ड्यूल पम्प स्थापना सहित अन्य कार्यों को सुनिश्चित करने आश्वस्त किया। इस दौरान सिलगेर ईलाके के ग्रामीणों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखें। बीजापुर जिले के सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने सुझाव दिये।