बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 24 मई। कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन के कारण व्यापारियों की स्थिति अत्यंत दयनीय होती जा रही है। व्यापारी लगातार कर्ज में डूब रहे हैं। इस बीच व्यापारियों के परेशानी एवं दर्द को देखते हुए जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष अजय गुप्ता, कांग्रेस नगरी निकाय प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अशोक जायसवाल, नगर पंचायत उपाध्यक्ष बजरंग गुप्ता समाजसेवी विकास दुबे सहित व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों एवं नगरवासियों ने निर्धारित समय सीमा में दुकान खुलवाए जाने की मांग एसडीएम एवं तहसीलदार के माध्यम से कलेक्टर से की है।
गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में लॉकडाउन के लगे करीब 1 माह होने जा रहे हैं, वहीं एक माह तक नगर के सभी प्रकार के प्रतिष्ठान बंद रहे, जिससे व्यापारियों की आर्थिक कमर टूट गई। स्थिति ऐसी हो गई अधिकांश व्यापारी कर्ज में डूबे हैं एवं उनको घर चलाना भी अब मुश्किल होने लगा है वहीं दिन-प्रतिदिन कर्ज भी बढ़ते जा रहा है जिससे व्यापारियों की बेचैनी देखी जा रही है।
व्यापारियों का कहना है कि हम भी कोरोना को लेकर सजग एवं सावधान है। हमें भी अपने परिवार की चिंता है। अब कोरोना के साथ-साथ पेट की भी चिंता सताने लगी है। हम शासन के हर उस गाइडलाइन का पालन करने के लिए तैयार है जिसे शासन निर्धारित कर रहा है हमें निर्धारित समयावधि में दुकान खोले जाने की अनुमति प्रदान की जाए। इस बीच जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अजय गुप्ता, कांग्रेस नगरीय निकाय प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अशोक जायसवाल, नगर पंचायत उपाध्यक्ष बजरंग गुप्ता एवं समाजसेवी विकास दुबे सहित नगर के अन्य जनप्रतिनिधि एवं व्यापारियों ने तहसीलदार एवं एसडीएम के माध्यम से कलेक्टर से निर्धारित समयावधि में दुकान खोले जाने की मांग की है।
किराया में दुकान संचालित करने वालों की मुश्किलें बढ़ीं
लॉकडाउन के कारण सभी दुकानदार की तो आर्थिक कमर टूटी है, वहीं सबसे ज्यादा परेशानी उन दुकानदारों के सामने आ रही है जो दुकान किराया पर लेकर संचालित कर रहे हैं। एक ओर किराएदार को समय पर पैसा देने की चिंता तो दूसरी ओर महाजन का बकाया देने का दबाव, जिससे दुकानदार परेशान हंै। बहुत से ऐसे दुकान मालिक हैं, जो अपने दुकान को किराए पर दिए हैं, ऐसे विपरीत परिस्थिति में वे जरा भी सहृदयता नहीं दिखा रहे हैं। चाहे तो वे आगे पीछे पैसा ले सकते हैं, परंतु दबाव ऐसा बना रहे हैं कि उनको बिल्कुल समय पर ही पैसा चाहिए। दुकानदारों के द्वारा शादी ब्याह के लगन को देखते हुए विशेष रूप से खरीदारी की जाती है वहीं लगन के समय ही लाकडाउन हो जाने के कारण लगभग लगभग सभी दुकानदारों का सामान जाम हो गया है ऐसे में वे और कर्ज के बोझ तले दब गए हैं।