कवर्धा
19 दिनों से लापता था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 26 मई। विकासखंड मुख्यालय के सुदूर वनांचल में स्थित बोकरखार पंचायत के चिल्फी थाना क्षेत्र आश्रित ग्राम आमा पानी व तेंदू पड़ाव के बीच जंगलों में सडक़ के किनारे 200 मीटर दूर नालों में एक क्षत-विक्षत नर कंकाल मिलने से वनांचल के गांव में सनसनी फैल गई ।
चिल्फी थाना के एएसआई गोविंद चंद्रवंशी ने बताया कि परिवार वालों की सूचना के आधार पर उक्त नर कंकाल को बरामद कर जांच हेतु भेजा गया है।
श्री चंद्रवंशी ने घटना के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम खारिया निवासी लतेलु बंधे पिता कोदूराम बंधे (55 वर्ष) सूपा झाड़ू बेचने का काम करता था और सूपा-झाड़ू की खरीदी हेतु वह शॉर्टकट रास्ते से बैगा बाहुल्य ग्राम आमा पानी माचा पानी बगई पहाड़, बाहपानी आदि गांव में खरीदी किया करता था। खरीदी हेतु गांव के लोगों से एवं गांव में उसका लगातार आना जाना होता रहता था ।
8 मई को भी वह खरीदी के उद्देश्य से साइकिल से आमापानी के लिए निकला था लेकिन वह दो-तीन दिनों से घर नहीं पहुंचा तो उसके परिजनों के द्वारा बोड़ला थाना में 12 मई को गुम इंसान का रिपोर्ट दर्ज कराया गया। इस दौरान परिजनों द्वारा लगातार रिश्तेदारों में परिवारों में और आसपास के गांव में खोजबीन जारी रखा । खोजबीन के दौरान ही आमा पानी व तेंदूपड़ाव के आसपास सडक़ किनारे लगभग 200 मीटर नीचे नाले के पास मृतक के कपड़ा सायकल व थैला सूपा आदि सामान बिखरा हुआ मिला था, सामानों से परिजनों ने इसका पहचान किया । पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने बताया कि सडक़ से 200 मीटर नीचे नाले में पड़े शव की स्थिति अत्यंत खराब थी 19 दिनों में उक्त नरकंकाल में मांस पूरी तरह गायब हो गया था, शरीर का प्रत्येक अंग इधर उधर बिखरा था जिसे मुश्किल से एकत्र किया गया जानवरों ने शव को बुरी तरह नोच डाला था। सूचना के आधार पर चिल्फी पुलिस ने मामला दर्ज कर नर कंकाल को एकत्र कर पोस्टमार्टम हेतु जिला चिकित्सालय भेजा गया वहां से मेडिकल कॉलेज रायपुर भेजा गया।