बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 27 मई। आज सुबह-सुबह पूरे नगर को बहुत राहत की खबर मिली, जब पता चला कि 3 वर्षीय मासूम का पता चल गया। मासूम के परिवार जन एवं नगर के उत्साही युवाओं के दिन रात के मेहनत के बाद बच्ची छत्तीसगढ़ सीमा से लगे झारखंड के ग्राम भंवरी में सकुशल मिली। रामानुजगंज पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस एवं परिवार जनों के द्वारा ले आया गया है।
मंगलवार की सुबह 11 बजे के करीब सफीक अंसारी की पुत्री शहनाज घर के बाहर खेल रही थी, जहां से वह गायब हो गई थी। जिसके बाद से ही परिवार के लोग खोजबीन शुरू कर दिए थे। मंगलवार की शाम तक जब बच्ची नहीं मिली तो घरवालों की बेचैनी बढ़ गई थी एवं इसकी सूचना थाने में भी दी गई थी। वहीं नगर के उत्साही युवाओं के टीम के द्वारा लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से बच्ची को खोजने का प्रयास किया जा रहा था।
नगर के उत्साही युवा फिरोज रहमान, अनुज दास, आयुष सोनी, समीर खान, रोहित गुप्ता, अभिषेक दास, रोशन कश्यप सहित अन्य युवाओं के द्वारा आसपास के गांवों में पोस्टर चिपकाया गया था, वहीं घर-घर भी संपर्क किया गया था। उत्साही युवा निखिल सोनी के द्वार भी सोशल मीडिया के माध्यम से खोजने का भरपूर प्रयास किया गया था। यहां तक की छत्तीसगढ़ सीमा से लगे झारखंड के सरहदी गांव में भी पोस्टर लगाए गए थे।
युवाओं के टीम के द्वारा बुधवार को जाकर ग्राम भंवरी में पोस्टर लगाया गया था, जिसके बाद आज सुबह 8.30 बजे के करीब सूचना मिली कि ग्राम भंवरी में मंदिर के पास खेल रही है, जिसके बाद तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस बल एवं परिवार जन मौके पर पहुंचे एवं बच्चे को सकुशल लेकर रामानुजगंज आए, जिससे परिवार सहित पूरे रामानुजगंज ने राहत की सांस ली। बच्ची को पुलिस द्वारा थाने में लाकर डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी तहसीलदार विवेक चंद्रा की उपस्थिति में पिता को सौंपा गया।
पहाड़ी मंदिर की सीढिय़ों से दंपत्ति ले गए थे बच्ची को
पहाड़ी मंदिर में ग्राम भंवरी के दंपत्ति पूजा करने आए थे। पूजा करने के बाद जब वे उतर रहे थे तो नीचे सीढ़ी पर बच्ची बैठी थी। बच्ची को अकेले देख कर कुछ देर अगल-बगल लोगों को देखा, जब कोई नहीं दिखा तो वह बच्ची को लेकर आ गए थे, जिसे आज सकुशल ले आया गया।