बीजापुर
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 28 मई। बीते दिनों तेलांगाना के कोत्तागुड़म में बीजापुर के गोरना मनकेली निवासी एक नक्सली नेता की कोरोना से मौत हो गई। उसके शव को सौंपने पुलिस परिजनों से संपर्क करने का प्रयास कर रही है।
दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो का टेक्निकल टीम प्रभारी नक्सली नेता गंगा उर्फ आयता कोरसा निवासी गोरना मनकेली जिला बीजापुर की मौत बीते दिनों कोरोना संक्रमण से हो गई है। बताया गया है कि तेलंगाना के कोत्तागुड़म में गंगा इलाज करा रहा था। गुरुवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसकी पुष्टि तेलंगाना पुलिस द्वारा छत्तीसगढ़ व तेलांगाना सीमा पर पकड़े गए तीन नक्सलियों से पूछताछ में हुई।
ज्ञात हो कि नक्सली गंगा पिछले 18 सालों से नक्सल संगठन में रहा। वर्ष 2003 से 2007 तक पश्चिम बस्तर डिवीजन, वर्ष 2007 से 2012 तक पीएलजीए बटालियन नंबर 1 में वर्ष 2012 से 2014 तक पीएलजीए प्लाटून नंबर 10 का कमांडर वर्ष 2014 से 2018 तक पीएलजीए प्लाटून नंबर 30 के कमांडर के पद पर दक्षिण बस्तर इलाके में सक्रिय रहा। वर्ष 2018 से लेकर अब तक दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो का टेक्निकल टीम प्रभारी रहा। इस पर सुकमा व बीजापुर में 14 से अधिक प्रकरण पंजीबद्ध हैं।