दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 29 मई। दन्तेवाड़ा नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, जिससे शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन किये जाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में जैसे-जेैसे सुरक्षाबलों कैम्पों की स्थापना हुई है। वैसे-वैसे अंदरूनी क्षेत्रों के ग्राम पंचायतों में ग्रामीणजनों में भय का वातावरण दूर हुआ है। इसके साथ ही ग्रामीणजन भी विकासमूलक कार्यों में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। जिसके उदाहरण स्वरूप ग्राम पंचायत अरनपुर और पोटाली में सुरक्षाबलों के कैम्प स्थापना से ग्रामीणजनों द्वारा महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत रोजगारोन्मुखी व हितग्राहीमूलक कार्यों में बढ़ चढक़र हिस्सा ले रहे हैं। जिससे ग्रामीणों की प्रगति परिलक्षित हो रही है।
ग्राम पंचायत अरनपुर में कैम्प स्थापना के पूर्व वर्ष 2017-18 में मात्र 1991 मानव दिवस के कैम्प स्थापना उपरांत क्रमश: वर्ष 2018-19 में 4469 मानव दिवस, वर्ष 2019-20 में 7446 मानव दिवस, वर्ष 2020-21 में 8186 मानव दिवस का सृजन हुआ है। जिसमें प्रति परिवार औसत मानव दिवस लगभग 80.26 प्रतिशत रहा है साथ ही इसमें महिला हितग्राहियों ने भी बढ़ चढक़र हिस्सा लिए हैं। जिसका औसत 45.46 प्रतिशत है।
ग्राम पंचायत पोटाली में भी कैम्प स्थापना के पूर्व वर्ष 2017-18, 2018-19 में मानव दिवस सृजित नहीं हुआ था। सुरक्षाबलों के कैम्प स्थापना उपरांत क्रमश: वर्ष 2019-20 में 3549 मानव दिवस, वर्ष 2020-21 में 13731 मानव दिवस का सृजन हुआ है। जिसमें प्रति परिवार औसत मानव दिवस लगभग 76.86 प्रतिशत रहा है साथ ही इसमें महिला हितग्राहियों का औसत 50.56 प्रतिशत है।