बालोद

तांदुला बांध गेट लीकेज मरम्मत की तैयारी शुरू, नदी के पानी को फिल्टर कर होगी नगर में पानी सप्लाई
31-May-2021 4:58 PM
तांदुला बांध गेट लीकेज मरम्मत की तैयारी शुरू, नदी  के पानी को फिल्टर कर होगी नगर में पानी सप्लाई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 31 मई।
तांदुला बांध से जल आवर्धन योजना को मिलने वाली पानी की आपूर्ति प्रभावित होने से शहरवासियों को सोमवार से पानी की दिक्कत शुरू हो सकती है। जिला मुख्यालय में आने वाले 10 दिन पानी के लिए संघर्ष देखा जा सकता है। क्योंकि अंग्रेज शासनकाल के दौरान निर्मित तांदुला बांध के मुख्य गेट का मरम्मत कार्य किया जाना है। मुख्य गेट में लीकेज दुरुस्त करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। 

शहर की जनता को जल आवर्धन योजना के माध्यम से डेम का पानी फिल्टर कर सप्लाई की जा रही है। मुख्य गेट मरम्मत के 8-10 दिनों के दौरान पेयजल की आपूर्ति के लिए नगर पालिका अपने पुराने सिस्टम की दुरुस्ती में लग गया है। बताया जा रहा कि मुख्य गेट पर आए दरार तो ठीक करने में 8 से 10 दिनों का समय लग सकता है। 

नदी के पानी को फिल्टर कर आपूर्ति की तैयारी में पालिका
मुख्य गेट के मरम्मत को लेकर उपजे हालात को देखते हुए नगर पालिका जल आपूर्ति के पुराने सिस्टम पर लौटने वाली है। एक बार फिर कुछ दिनों के लिए मुक्तिधाम के पास तांदुला नदी से पानी सप्लाई की तैयारी है। नदी से आने वाला पानी गंदा होगा इसलिए पालिका नदी के पानी को फिल्टर कर आपूर्ति की तैयारी की जा रही है। जल कार्य विभाग के सभापति योजराज भारती ने बताया कि रायपुर से वाल्व मंगाए जा रहे है, बुधवार तक नदी से आने वाली पानी को सीधे ट्रीटमेंट प्लांट ले जाकर फिल्टर किया जाएगा। उसके बाद फिल्टरयुक्त पानी नगर की जनता को आपूर्ति करेंगे।

ट्रीटमेंट प्लांट में भी गड़बड़ी, होगी मरम्मत 
जल आवर्धन योजना का भले ही विधिवत शुभारंभ नहीं किया जा सका, पर पिछले चार-पांच माह से योजना के तहत बने प्लांट से पानी फिल्टर कर शहर की जनता को आपूर्ति की जा रही है। ऐसे में शुरुआती दौर में ही प्लांट में गड़बडिय़ां दिखाई देने लगी है। दरअसल तांदुला नदी से पानी के साथ आने वाली मिट्टी से फिल्टर बेड चोक हो चुका है। जिसकी सफाई की जानी है। बेड में डालने के लिए रेत, गिट्टी भंडारा से मंगाया गया है। 

जलाशय के मेन गेट में लगे लोहे के रॉड के बीच दरार 
तांदुला जलाशय के मेन गेट मे लगे लोहे के रॉड के बीच दरार आ गई है। रॉड में जंग भी लग चुका है। दरअसल ब्रिटिशकाल के दौरान इस जलाशय का निर्माण हुआ है। मेन गेट जहां से पानी छोड़ा जाता है, वहीं से आवर्धन योजना के तहत बने संपवेल में भी पानी जाता है। फिर वह पाइपलाइन से ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचता है। अब मरम्मत के लिए इसे खाली कराया जा रहा है। मरम्मत कार्य को शीघ्रता से करना होगा क्योंकि जल आवर्धन के लिए यही से पानी जाता है और बारिश भी नजदीक है। 

 सभापति ने दी नगरवासियों को जानकारी
नगर पालिका में जल कार्य विभाग के सभापति योजराज भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि जल आवर्धन योजना के तहत मिलने वाला पानी कुछ दिनों के लिए बाधित होगा। जल आवर्धन योजना के तहत टेस्टिंग कार्यों के बाद बात सामने आई कि निकट भविष्य में कुछ परेशानियां आ सकती है। इसलिए डेम में बने हुए संपवेल का मरम्मत कार्य लगभग 100 साल बाद किया जा रहा है। जिसके चलते शहर वासियों को मिलने वाले फिल्टर पानी कुछ दिनों के लिए बाधित होगा। उन्होंने बताया कि गंजपारा ट्रीटमेंट प्लांट में भी मरम्मत कार्य किया जाना है। पालिका अपने पुराने तरीके से शहर वासियों को पानी उपलब्ध कराएगी। जहां पानी की तकलीफ होगी वहां टैंकर के माध्यम से सप्लाई की जाएगी।

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