गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 6 जून। गरियाबंद शहर के विकास में कांग्रेस नेताओं पर अवरोध पैदा करने का आरोप पूर्व सांसद चंदूलाल साहू और जिला भाजपा अध्यक्ष राजेश साहू ने लगाते हुए करारा प्रहार किया है।
जारी संयुक्त विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष भाजपा नेतृत्व गफ्फू मेमन के नेतृत्व में सम्पूर्ण क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो रहा है। शहरवासियों की सहूलियतों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न योजनाओं के तहत काम हो रहे हैं। हर वर्ग का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। कोरोना संकट से भी निबटने के लिए नगर पालिका प्रशासन ने जो काम किया, वह सराहनीय रहा है। ऐसे में शहर के विकास की निरंतरता और जनमानस में भाजपा के प्रति बढ़ते विश्वास से घबराकर विधायक अमितेश शुक्ल स्थानीय कांग्रेस नेताओं के माध्यम से अपनी पूरी ताकत शहर के विकास को रोकने में लगा रहे हैं।
इस कोरोना काल में जहां लोगों को एक दूसरे के साथ सहानुभूति और समन्वय के साथ काम करने की जरूरत है, ऐसे में कांग्रेस नेताओं द्वारा अतिक्रमण के नाम पर गरीब छोटे दुकानदारों को हटाए जाने की मांग के साथ पालिका घेराव की धमकी दुर्भाग्यपूर्ण है।
नेता द्वय ने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से कांग्रेस नेताओं द्वारा ज्ञापन दिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई, जिसमें उन्होंने 7 बिंदुओं पर अपनी बात रखी है। बड़ी हास्यास्पद बात है कि जो काम शहर में हो रहे हैं, उन्हीं कामों के लिए उनका ज्ञापन दिया जाना यह बताता है कि बिना होमवर्क किए वे आंदोलन करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कांगे्रस को नसीहत दी कि कोरोना संकट का यह दौर राजनीति का नहीं है। राजनीति करने के लिए अन्य कई अवसर मिलेंगे।
इस संबंध में नपाध्यक्ष गफ्फू मेमन ने कहा, मैं पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ गरियाबंद की जनता की भावनाओं को ध्यान में रखकर काम कर रहा हूँ। मेरी कोशिश रहती है कि विकास हर घर के द्वार तक पहुंचे। जनहितकारी योजनाओं का लाभ हर किसी को मिले, इस हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष मैंने दर्जनों मांग पत्र रखे हैं। ये मांग पत्र वही है जो मांग ज्ञापन देकर कांग्रेसी कर रहे हैं। अगर कांग्रेसियों को शहर की इतनी चिंता है तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के पास लंबित मांगों को स्वीकृत कराने में सहयोग करें, ताकि जनसुविधाओं में बढ़ोतरी हो सके।
आगे कहा, मैं दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सिर्फ जनता की सेवा में अपना ध्यान केंद्रित कर रहा हूं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा घेराव की धमकी शहर के विकास को अवरुद्ध करने के अलावा कुछ भी नहीं है।