राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जून। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के प्लान ऑफ एक्शन के अनुसरण में 5 जून को जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा अध्यक्ष विनय कुमार कश्यप के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला न्यायालय परिसर में शासन के कोरोना संक्रमण के बचाव के निर्देशों को कठोरता से पालन करते विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। विशेष न्यायाधीश मंसूर अहमद तथा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रवीण मिश्रा द्वारा न्यायालय परिसर में पौधरोपण किया गया।
इस अवसर पर विशेष न्यायाधीश मंसूर अहमद ने कहा कि पर्यावरण अपने आप में जीवन के अतुलयनीय परिभाषा है। जिसके अस्तित्व में ही हमारा अस्तित्व विद्यमान है। मात्र संकल्प ही पर्यावरण की सुरक्षा का वर्तमान में आधार नहीं हो सकता है। संकल्प के साथ-साथ पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में भी हम सब को मिलकर कार्य करना होगा, क्योंकि प्रकृति की सुरक्षा करना किसी व्यक्ति विशेष या संस्था की जिम्मेदारी नहीं है। यह समुचित मानव सभ्यता की जिम्मेदारी है। विशेष न्यायाधीश मंसूर अहमद द्वारा सभी लोगों से अपील की गई है कि कोरोना संक्रमण काल में सभी लोग अपने आप को सुरक्षित रखें और अधिक से अधिक लोग वैक्सीन लगवाकर स्वयं को तथा देश को सुरक्षित करेें। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बताया गया कि प्राधिकरण छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के कार्यपालक अध्यक्ष तथा न्यायमूर्ति के ई-मेगा कैंप के लक्ष्य को लेकर चल रहा है कि हर संकट की घड़ी में प्राधिकरण हर वर्ग के लोगों कि सहायता संविधान की उर्वरक पावन भूमि को साक्षी मानकर सहयोग करता रहेगा।
कोरोना काल में भी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा न्याय की मशाल को जलाकर रखा है और पर्यावरण दिवस को और सार्थक बनाते हुए समाज कल्याण विभाग जिला राजनांदगांव के सहयोग से एक विकलांग व्यक्ति को बैटरी से चलित ट्रायसाईकल तथा एक व्यक्ति को बैसाखी प्रदान करायी गई। इस काल में पैरालीगल वालिंटियर रेणु चन्द्राकर तथा जितेन्द्र कुमार पटेल द्वारा प्रयास किया गया। इस अवसर पर न्यायालय के कर्मचारी शिशुपाल सिंह ठाकुर, दिनेश ओझा, सुजित पटेल, पैरालीगल वालिंटियर अहमद कुरैशी, संजीव कुमार झा, मोहिनी साहू, रेणु चन्द्राकर, जितेन्द्र कुमार पटेल उपस्थित थे।