राजनांदगांव
पत्नी ने लगाया था पुलिस प्रताडऩा का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 जून। खैरागढ़ के एक युवक करन वाल्मिकी खुदकुशी मामले मेंं आखिरकार महकमे ने एक एसआई समेत तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। एसआई मनीष शेंडे, एएसआई अनाराम साहू और महिला आरक्षक झमित ठाकुर को तत्काल लाइन अटैच करते एसपी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि युवक के आत्महत्या किए जाने के मामले में पत्नी मोनिका वाल्मिकी ने खैरागढ़ थाना में पदस्थ कर्मियों पर प्रताडऩा के आरोप लगाए थे। पत्नी ने पुलिस पर पूछताछ के आड़ में मारपीट करने तथा 5 लाख रुपए मांगने का भी संगीन आरोप लगाया था। बताया जाता है कि पूरा मामला आबकारी विभाग के 32 लाख के गबन से जुड़ा हुआ है। गबन के मुख्य आरोपी के बयान के आधार पर करन वाल्मिकी को थाना तलब किया गया था। पत्नी समेत थाना पहुंचे युवक से पुलिस ने गबन की राशि को लेकर सवाल पूछे। बाद में घर आकर करन वाल्मिकी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
बताया जाता है कि पत्नी ने पूरे मामले में पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराते पूछताछ में पिटाई करने व रकम मांगने से आहत होकर खुदकुशी करने का आरोप लगाया। न्याय के लिए गुहार लगाते पत्नी लगातार आला अफसरों से शिकायत कर रही थी। कुछ दिन पहले खैरागढ़ के शहर कांग्रेस के कोषाध्यक्ष जफर उल्लाह खान ने प्रकरण को लेकर एसपी समेत आईजी से भी शिकायत की थी।
बताया जा रहा है कि तीनों पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होने को लेकर पीडि़ता ने महकमे की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। इस मामले में कांग्रेसी नेताओं ने एसपी से मिलकर उचित कार्रवाई करने की मांग की थी। बहरहाल तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करते हुए महकमे ने घटना को लेकर जवाब भी मांगा है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।