राजनांदगांव
सरकारी योजनाओं को अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाने पर जोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 जून। जिले के नए कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने अपनी प्राथमिकताओं को गिनाते हुए कहा कि उनकी कोशिश यह है कि जिले के अंतिम छोर के व्यक्ति तक सरकारी योजनाएं पहुंचे। सरकार के महत्वपूर्ण योजनाओं के जरिये विकास की रफ्तार को बढ़ाने पर कटिबद्ध श्री सिन्हा ने कहा कि जिले की परिस्थितियों के अनुसार योजनाएं और निर्णय किए जाएंगे, ताकि हर व्यक्ति विकास की मुख्यधारा से जुड़े। सोमवार को नए कलेक्टर के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद श्री सिन्हा ने मीडिया से औपचारिक मुलाकात में कहा कि कोरोना से जंग लडऩे के साथ समग्र विकास उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी की वजह से विकास की गति जरूर ढीली हुई है, जिसे अब बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राजनांदगांव को खेल नगरी के रूप में भी जाना जाता है। हॉकी की नर्सरी माने जाने वाले इस शहर के खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि अधूरे दिग्विजय स्टेडियम के निर्माण को पूरा किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर कहीं-कहीं भ्रांतियां फैली हुई है।
उन्होंने कहा कि मोहला-मानपुर इलाके के बाशिंदों की गलतफहमी को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीका इस महामारी के बचाव का सबसे महत्वपूर्ण और सशक्त जरिया है। टीके के बदौलत संक्रमण को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
इससे पहले अपना परिचय देते हुए नए कलेक्टर श्री सिन्हा ने बताया कि वह 2012 बैच के आईएएस हैं। 1997 में मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग के परीक्षा में वह डिप्टी कलेक्टर चुने गए थे। उन्होंने एसडीएम के रूप में दुर्ग और रायपुर में सेवाएं दी। जिला पंचायत सीईओ के रूप में जांजगीर-चांपा जिले में कार्य किया। रायपुर नगर निगम में वह आयुक्त भी रहे। साथ ही वह मुख्य सचिव के संयुक्त सचिव भी रहे। कांग्रेस सरकार के सत्तासीन होने के बाद वह मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव के साथ-साथ जनसंपर्क विभाग के आयुक्त के रूप में भी कार्य कर रहे थे। बिलासपुर के रहने वाले श्री सिन्हा ने कहा कि किसानों से जुड़ी समस्याओं को भी वह यथासंभव निदान करने का प्रयास करेंगे।