रायगढ़
सारंगढ़, 8 जून। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के महामंत्री एवं पूर्व प्रवक्ता गोल्डी नायक ने मोदी की फ्री वैक्सीन की घोषणा पर पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की कुप्रबंधन व कुनीति के चलते देश कोरोना की आगोश में आया। लाखों मौत के बाद मोदी सरकार अपनी कुम्भकर्णीय नींद से जागी है। इसका एकमात्र कारण कांग्रेस की जनहितकारी सोच के साथ-साथ देश के युवा नेतृत्व राहुल गांधी जी की फ्री वैक्सीनेशन के लिए की गई लगातार तथ्यात्मक मांग ही है।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में आगे कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर 2 जून को राष्ट्रव्यापी स्पीक अप इंडिया फॉर फ्री यूनिवर्शल वैक्सीनेशन मुहिम चलाई थी। उसी के परिणाम स्वरूप यह घोषणा है, जो 21 जून से लागू होगा। सर्वप्रथम जब केंद्र सरकार ने 60 वर्ष ऊपर वालों को वैक्सीन देने की नीति लाई थी तब भी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह और छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 18+ के लोगों को टीका उपलब्ध कराने की मजबूत मांग रूपी पत्र प्रधानमंत्री को लिखे थे तब मजबूरी में वैक्सीन देने की घोषणा करने विवश हुए थे, और छग में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार के खर्च से फ्री वैक्सीन देकर जनता को नि:शुल्क सुरक्षा कवच प्रदान किया है।
राहुल गांधी ने मार्च 2020 से केंद्र सरकार को कोरोना से सुरक्षा के इंतजाम के लिए सलाह देते रहे, लेकिन सरकार के नेतृत्वकर्ता अपने अडिय़ल रवैया के चलते देश के हित वाली सोच को भी ना मानकर अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते देश के नागरिकों को कोरोना की आगोश में समाने के लिए छोड़ दिया।
मोदी सरकार चाहती तो प्रारंभ से ही 18 प्लस को वैक्सीनेशन लगाने की अनुमति देती और शायद हमारे बीच के कई युवाओं की जान इस महामारी में बच सकती थी। मोदी सरकार की गलत आर्थिक विकास नीति के कारण आज देश की जनता महंगाई की मार भी झेल रही है। अब जब कोरोना से लाखों लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं तो अब 18 प्लस वालों को फ्री स्वीकृति देने की घोषणा मात्र अपनी छोटी सोच से देर से लिया गया निर्णय है।