राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 जून। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय समन्वय समिति एवं परामर्शदात्री समिति की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने इसके अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के तहत बैंकों द्वारा किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि कोविड-19 के दौरान बैंकों ने अच्छा कार्य किया है। बैंक हितग्राहियों को अधिक से अधिक सुविधाएं और कार्य उपलब्ध कराएं। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा क्षेत्रीय कार्यालय दुर्ग अरविंद पाठकर उपस्थित रहे।
कलेक्टर सिन्हा ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की समीक्षा करते कहा कि इस योजना में जितने लोगों का पंजीयन किया गया है, उनमें अधिक से अधिक लोगों का क्लेम होना चाहिए। योजना का लाभ हितग्राहियों तक पहुंचाने का कार्य किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के अंतर्गत गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए लागू की गई है। इसमें किशोर और तरूण वर्गों को लक्ष्य के अनुरूप अधिक ऋण प्रदान किया गया है। शिशु वर्ग मेें भी अच्छा कार्य करें। उन्होंने कहा कि मछली पालन, पोल्ट्री फार्म, हेचरी निर्माण जैसे एक्टीविटी में अभियान चलाकर बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए कार्य योजना तैयार कर लगातार कार्य करें।
कलेक्टर सिन्हा ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की समीक्षा करते कहा कि बीमा राशि में आने वाली दिक्कतों को दूर करें, सभी बैंक इसके लिए कार्य करें। हितग्राहियों को इसका लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना पर नाराजगी जाहिर करते कहा कि सडक़ किनारे व्यवसाय करने वालों को 10 हजार रुपए तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है। इसके अंतर्गत अधिक से अधिक हितग्राहियों को ऋण उपलब्ध कराएं। उन्होंने इसमें प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने लीड बैंक मैनेजर से कहा कि हैंड बुक तैयार कर सभी योजनाओं को संकलित करें। जिसमें हितग्राहियों को एक साथ सभी योजनाओं की जानकारी मिल सके।
क्षेत्रीय प्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा क्षेत्रीय कार्यालय दुर्ग अरविंद पाठकर ने कहा कि कोरोनाकाल में बैंकों द्वारा अच्छा कार्य किया गया है। कोविड-19 में छोटे-छोटे व्यवसायियों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कार्य करें। इससे अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
लीड बैंक मैनेजर अजय कुमार त्रिपाठी ने जानकारी दी कि जिले का सीडी दर 47.09 है। वर्ष 2020-21 में 1256 करोड़ 8 लाख केसीसी ऋण जारी की गई है। स्टैंडअप इंडिया के अंतर्गत 2 करोड़ 16 लाख रुपए का ऋण प्रदान किया गया है। वहीं 5 हजार 822 स्वसहायता समूह को 89 करोड़ 55 लाख रुपए का ऋण इस वर्ष दिया गया है।
उन्होंने वर्गवार बैंकों द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर आरबीआई से अमितेश, नाबार्ड से सुनील एवं महाप्रबंधक जिला केन्द्रीय बैंक से सुनील वर्मा सहित बैंकर्स तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।