बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जून। नक्सलवाद की वजह से अवरुद्ध हुए विकास कार्य का दंश अब भी अंदरूनी क्षेत्र के ग्रामीण झेल रहे हैं। दरभा विकासखंड के अति संवेदनशील मुंडागढ़ के खंगालडेरा के लोग आज भी चुआ का पानी पीने को मजबूर हैं। यहां शासन द्वारा बिजली का खंबा तो लगाए गए किंतु बार-बार अवरोध होने की वजह से आज तक बिजली सुविधा बहाल नहीं हो पाई है। अपनी इस समस्याओं को लेकर आज मुंडागढ़ के उपसरपंच हिड़मा, चैतूराम कश्यप एवं ग्रामीणजन संसदीय सचिव एवं जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन से मिलने पहुंचे।
उन्होंने अपनी सारी समस्या विधायक को बताई, जिस पर तत्काल जगदलपुर विधायक ने पानी की व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तेंदुलकर को दूरभाष पर चर्चा करते हुए तत्काल वहां जाकर सर्वे करने के निर्देश दिए एवं पानी की व्यवस्था के लिए तत्काल बोर खनन के निर्देश दिए। वहीं इन ग्रामीणजनों की बिजली व्यवस्था को भी प्रारंभ करने के उद्देश्य से श्री जैन ने सीएसपीडीसीएल के कार्यपालन यंत्री श्री पोयम को वहां तत्काल अवरुद्ध पड़े कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इसी तरह ग्राम का निवासी युवक चैतुराम कश्यप जो की अभी बीएससी अंतिम वर्ष का छात्र है। उन्होंने श्री जैन से निवेदन किया कि वह बेरोजगार है, उसे किसी प्रकार का रोजगार मिल सके। इस पर श्री जैन ने जिला कलेक्टर रजत बंसल से फोन पर कहा कि गांव में ही अगर किसी प्रकार का रिक्त पद हो तो उसे वहीं पदस्थ करने की बात कही। जिस पर कलेक्टर ने युवक से मिलने को कहा। अपनी समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई से ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
उपसरपंच हिड़मा ने बताया कि ग्रामीण काफी उम्मीद लेकर जगदलपुर पहुंचे थे और उनकी बातों को विधायक ने गंभीरता से सुना और सभी विषयों पर तत्काल कार्रवाई की, जिसमें वे बेहद खुश हंै। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि हमारा गांव भी मूलभूत सुविधाओं के लिए किसी का मोहताज नहीं होगा, उन्हें भी सभी सुविधाएं मिलेगी। उल्लेखनीय है कि मुंडागढ़ ओडिशा के ग्राम लुलेर छत्तीसगढ़ के चांदामेटा, दलदली, तुलसी, मुण्डागढ़ के बीच का जंक्शन है।