बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी, 10 जून। बलरामपुर जिला के कुसमी नगर पंचायत अंतर्गत वार्ड क्रमांक 14 दर्रीपारा निवासी 32 वर्षीय युवक की सडक़ हादसे में मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों को पोस्टमार्टम के लिये कई घंटे इंतजार करना पड़ा। इसकी सूचना जब स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ बलरामपुर तथा ज्वाइंट डायरेक्टर अम्बिकापुर को दी गई। जिसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुसमी से डॉक्टरों की टीम ने पीएम स्थल पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम किया।
बुधवार को थाना क्षेत्र कुसमी के दर्रीपारा में करीब दो बजे एक मोटरसाइकिल के अनियंत्रित हो जाने के कारण चालक धर्मेश केरकेट्टा की मौके पर मौत हो गईं तथा अन्य को मामूली चोट लगने की जानकारी बताई गई। इसकी सूचना जैसे ही थाना कुसमी को दी गई। थाना प्रभारी प्रकाश राठौर ने तत्काल दुर्घटना स्थल पहुंचकर जानकारी लिया तथा पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमार्टम हेतु शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।
देर शाम होने के कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया। अगले दिन परिजन ऑटों में शव को लेकर मुक्तिधाम स्थित पोस्टमार्टम गृह में पहुंचे। यहां पर सुबह करीब 8 बजे परिजनों व पड़ोसियों ने थाना स्टाफ की उपस्थिति में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम के लिये डॉक्टर भेजने की सूचना कई बार फोन पर व अन्य माध्यमों से दी गईं। जब करीब तीन घंटे बाद जब इसकी सूचना बलरामपुर सीएमएचओ बसंत सिंह को दी गई। जिसके करीब एक घण्टे के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एक डॉक्टर को आपातकालीन स्थिति में भेज कर पोस्टमार्टम कराया गया।
इस मामले में जब सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग कुसमी के प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.अनुज टोप्पो से बात की गई, तो उन्होंने कहा 10 बजे मुझे जानकारी मिली थीं। मैं निज कार्य से रायपुर में हूं। डॉ. सतीश सुबह के शिफ्ट में ड्यूटी पर हैं. हमारे स्टाफ में एक मैडम की सर्जरी चल रही हैं। रात के शिफ्ट में डॉ.राकेश ड्यूटी पर होंगे। अस्पताल में कोई इमरजेंसी केस आ जाता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर सतीश को अस्पताल में रहना जरूरी था। बीते रात में ड्यूटी पर डॉ.सोहनलाल थे। जिन्हें पीएम के लिए भेज दिया गया।
सीएमएचओ बलरामपुर बसंत सिंह को पूरी मामले की जानकारी दी गई, जिन्होंने कहा कि मैं मीटिंग पर था तुरंत फोन कर दे रहा हूं।
वहीं हेल्थ ज्वाइंट डायरेक्टर अंबिकापुर सिसौदिया ने पूरे मामले को सुनकर सीएमएचओ बलरामपुर बसंत सिंह को अवगत कराकर जांच कराने कहा है।