सुकमा
सुकमा, 11 जून। महासमुंद की हृदय विदारक घटना के मामले में विज्ञप्ति जारी करते हुए भाजयुमो की प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी ने कहा कि महासमुंद के बेमचा निवासी मां ने 5 बेटियों के साथ ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या कर ली, जिसका एकमात्र कारण शराब की वजह से उनके घर में अंतर्कलह का होना था। उन्होंने कहा िक बहुत ही शर्म की बात है जहां बालिका पढ़ाओ बालिका बढ़ाओ की बात होती हो और वहां पांच बच्चियों के साथ उनकी मां शराब की वजह से आत्महत्या कर लें,पूर्ण शराबबंदी की बात कर छत्तीसगढ़ शासन में बैठी कांग्रेस सरकार यह भूल गई कि उनके इसी वादों में भ्रमित होकर छतीसगढ़ की महिलाओं ने उन्हें अपने अमूल्य मत देकर शासन की बागडोर सौंपी थी,कोरोना काल में इम्युनिटी बढ़ाने हेतु वैक्सीनेशन और तमाम प्रकार की दवाइयों का प्रयोग कर लोगों को जान की हिफाजत करने को प्रयासरत थे व जब शराब न मिलने के कारण नशे से दूर हो रहे थे पुन: एक बार फिर इस निक्कमी सरकार ने शराब की घर पहुंच सेवा शुरू कर लोगों के स्वास्थ्य व महिलाओं की भावनाओं के साथ छल किया है। मैं मीडिया के माध्यम से छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछना चाहती है कि क्या यही है उनकी महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता, यदि कांग्रेस सरकार अपने वादों में शामिल पूर्ण शराबबंदी को समय पर लागू करती तो आज बेमचा के इस परिवार के साथ यह घटना नहीं होती ,छत्तीसगढ़ सरकार इस घटना पर संज्ञान लेते हुए पूर्ण शराबबंदी के अपने वादे को पूरा करें, अन्यथा आने वाले दिनों में शराबबंदी को लेकर सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में युवाओं एवं महिलाओं के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा।
साथ ही यह भी कहना चाहती हूं की इतनी बड़ी व हृदय विदारक घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हमेशा की तरह जांच व उचित कार्यवाही होगी कहकर अपनी बात खत्म कर दी जबकि उन्हें हिम्मत दिखाते हुए छत्तीसगढ़ में तत्काल शराब बंदी की घोषणा करनी चाहिए