दन्तेवाड़ा

दंतेवाड़ा में काले चावल की खेती
12-Jun-2021 8:26 PM
दंतेवाड़ा में काले चावल की खेती

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
 दंतेवाड़ा, 12 जून।
कृषि विभाग के एक्सटेंशन रिफॉर्म्स आत्मा योजना अंतर्गत जिले के चारों विकासखंडों में स्व-सहायता समूह को हल्दी एवं जिमीकंद (गजेंद्रा) की खेती को बढ़ावा देने के लिए 10 यूनिट हल्दी, 10 यूनिट जिमीकंद प्रदर्शन हेतु दिया जा रहा है, जिससे स्व-सहायता समूह के किसानों की आय में वृद्धि हो सके। इसके साथ ही इस वर्ष चारों विकासखंडों में ब्लैक राइस (जो मेडिसिनल गुणों से भरपूर है) के 49 किसानों की 49 एकड़ में फसल प्रदर्शन किया जा रहा है। 

दंतेवाड़ा जिले में पहली बार चारों विकासखंडों में ब्लैक राइस का उत्पादन किया जा रहा है। इस चावल की विशेषता यह है कि इसके उपयोग से हृदय को स्वस्थ एवं मजबूत रखने के लिए फार्मेशन इस्तेमाल फायदेमंद है। इसमें मौजूद फायटोकेमिकल कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित करते हैं, और कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं। साथ ही यह हृदय की धमनियों में आर्थोस्क्लेरोसिस फ्लेक फॉरमेशन की संभावना कम करता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना कम होती है। मोटापा कम करने के लिए लोग चावल खाना लगभग छोड़ देते हैं, वही काले चावल बेहद फायदेमंद है, क्योकि काले चावल मोटापा को कम करने के लिए लाभदायक है। भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होने से कब्ज जैसी समस्याओं को समाप्त करता है। पेट फूलना या पाचन से जुड़ी अन्य समस्याओं में लाभ देता है। रोजाना भी इसका सेवन करने से कोई नुकसान नहीं होता है। काले चावल में एंथोसायनिन एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो कार्डियोवेस्कुलर और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में सहायक हैं। यह प्रतिरोध क्षमता में भी इजाफा करता है। इन चावलों का गहरा रंग इनमें मौजूद विशेष एंटीऑक्सीडेंट तत्व के कारण होता है जो आपकी त्वचा व आंखों के साथ ही दिमाग के लिए फायदेमंद होता है।

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