राजनांदगांव

सोनोग्राफी में लापरवाही का चल रहा खेल
13-Jun-2021 3:26 PM
सोनोग्राफी में लापरवाही का चल रहा खेल

   दो के बजाय तीन बच्चे का हुआ जन्म   

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 13 जून।
क्षेत्र के एक सोनोग्राफी सेंटर में एक गर्भवती महिला की सोनोग्राफी रिपोर्ट में दो बच्चों का रिपोर्ट आने के बाद उक्त महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया। ऐसे में सोनोग्राफी के दौरान लापरवाही भी सामने आ रही है। हालांकि उक्त महिला ने तीन मासूमों को जन्म देने के बाद परिजनों और स्वास्थ्य स्टॉफ में खुशी की लहर है।

मिली जानकारी के अनुसार सप्ताहभर पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंडई में 30 वर्षीय महिला रूखसार खान ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया था। सुरक्षित प्रसव से महिला के परिजनों और स्वास्थ्य विभाग का स्टॉफ में खुशी का माहौल है। प्रसव करवाने वाले स्टॉफ में से आरएमए शबाना खान का कहना है कि सोनोग्राफी में दो बच्चों की जानकारी दी गई थी, जिस पर दो बच्चों का प्रसव करवाया था। कुछ देर बाद महिला के पेट में पुन: दर्द हुआ और जांच किया तो पता चला कि तीसरा बच्चा पेट में है और हमने उसका भी प्रसव करवाया।

स्थिति का पता लगाने होती है सोनोग्राफी
मिली जानकारी के अनुसार गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर्स दो बार सोनोग्राफी करवाने की सलाह देते हैं, ताकि बच्चे की स्थिति और उसके स्वास्थ्य से संबंधित सभी जानकारी सोनोग्राफी के माध्यम से मिल सके। समय रहते जच्चा और बच्चा की वस्तुस्थिति का पता चल सके, ताकि बच्चे का इलाज पेट के अंदर ही किया जा सके। साथ ही सोनोग्राफी के माध्यम से पता चलता है कि पेट के अंदर कितने बच्चे हैं उनकी स्थिति क्या है।

तीन के बजाय दो की दी रिपोर्ट
मिली जानकारी अनुसार नगर के गंडई से पंडरिया रोड़ पर स्थित श्री सोनोग्राफी सेंटर में सोनोग्राफी के लिए गर्भवती महिला रूखसार खान को गंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ आरएमओ शबाना खान ने सोनोग्राफी करवाने गत् 23 मार्च 2021 को भेजा था। उक्त महिला ने सोनोग्राफी जांच करवाई, जहां पेट के अंदर 2 बच्चा होने की बात कहते दो बच्चों का टेस्ट रिपोर्ट निकाला गया। रिपोर्ट में दो बच्चों के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी दी गई। इसके एवज में सोनोग्राफी सेंटर ने उक्त गर्भवती महिला से दो बच्चों की जांच का चार्ज 1800 रुपए लिया, परन्तु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जब उक्त गर्भवती महिला रूखसार डिलवरी के लिए पहुंची तो उसने तीन बच्चों को जन्म दिया। 

इधर छुईखदान बीएमओ डॉ. मनीष बघेल ने कहा कि गंडई सीएससी में गत् दिनों तीन बच्चों का सुरक्षित डिलवरी स्टॉफ द्वारा कराया गया है। सोनोग्राफी में दो बच्चे का होना बताया गया, लेकिन तीन बच्चे हुआ है। सोनोग्राफी सेंटर द्वारा गलत तरीके से रिपोर्ट दिया गया है।

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