महासमुन्द

बेमचा पहुंची भाजपा की जांच टीम, कहा-जानकारी प्रदेशाध्यक्ष को सौंपी जाएगी
13-Jun-2021 6:22 PM
बेमचा पहुंची भाजपा की जांच टीम, कहा-जानकारी प्रदेशाध्यक्ष को सौंपी जाएगी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 13 जून।
ग्राम बेमचा निवासी मां और 5 बच्चियों के आत्महत्या के मामले में शनिवार को जांच के लिए भाजपा की टीम गांव पहुंची। टीम ने मृतिका के घर पहुंचकर ससुराल और मायके पक्ष के साथ ही ग्रामीणों से भी चर्चा की। इस दौरान कई तरह की बाते निकलकर सामने आई। 

इस दौरान मुख्य रूप से संपत्ति विवाद, इस संबंध में महिला को प्रताडि़त करना और अन्य घरेलू लड़ाई-झगड़े की बात सामने आई। वहीं भाजपा की टीम को ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने टीम को घेर लिया और मामले में राजनीति नहीं न्याय दिलाने की मांग की। इस बीच भाजपा की टीम ने एक-एककर ग्रामीणों की बातें भी सुनी, जिसके बाद मामला शांत हुआ। भाजपा के जांच दल में विधायक भाटापारा शिवरतन शर्मा, सांसद चुन्नीलाल साहू, पूर्व विधायक धरसींवा देवजी भाई पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी पूर्व विधायक महासमुंद डॉ. विमल चोपड़ा, पूर्व विधायक पूनम चंद्राकर और पूर्व विधायक रामलाल चौहान के साथ अन्य भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे।

भाजपा की जांच टीम कल दोपहर 1.20 बजे मृतका के घर पहुंची। टीम भीतर परिजनों से बातचीत कर रही थी, लेकिन बाहर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई थी। जैसे ही टीम बाहर निकली ग्रामीणों ने घटना की राजनीतिकरण नहीं करने की बात को लेकर नारेबाजी की। साथ ही भाजपा जांच दल के सामने अपनी बात रखने के लिए सदस्यों को घेर दिया था। इसके बाद ग्रामीणों की बात भी भाजपा जांच दल ने सुनी। सूचना के बाद भी पुलिस के नहीं पहुंचने पर भाजपा की टीम नाराज हुई। परिजन, ग्रामीण और उमा के भाइयों के बयान में पारिवारिक विवाद की बात आई सामने है। टीम ने कहा कि पूरी जानकारी प्रदेशाध्यक्ष को सौंपी जाएगी । 

इस मामले में कांग्रेस ने कहा कि मौत पर भाजपा राजनीति कर रही है। इस पूरे मामले में मृतका के ससुर अमृत लाल का कहना है कि  पति-पत्नी अपने सुख-दुख में रहते थे। केजऊ के साथ उमा का विवाद होता था, लेकिन आवाज बाहर तक नहीं आती थी। हालांकि बहू और बच्चों का व्यवहार हमेशा ही अच्छा रहा है। देवरानी व जेठानी में भी विवाद नहीं हुआ। बहू और बच्चों ने मुझे कभी नहीं बताया कि विवाद होता था। घटना के एक दिन पहले केजऊ ने अपनी गाड़ी को गांव के ही लल्ला चंद्राकर के पास गिरवी रखा था। उसे मैंने गांव में ही पैदल नशे में आते देखा था। वो रोजाना पीकर घर आता था, उसे मैंने बहुत समझाया था।

मृतिका के सगे भाई कुबेर साहू, चचेरा भाई वेदराम साहू ने बताया कि जिस रात मेरी बहन व भांजियां घर से निकली, उसी रात मेरी मृतिका की छोटी बहन से बात हुई। इसमें छोटी बहन ने बताया कि बड़ी बहन के घर में रोजाना लड़ाई हो रही है। दोनों ने बताया कि मृतिका के पति केजऊ के बड़े भाई के देहांत के बाद उसके पिता अमृत लाल साहू के कहने पर सास-ससुर के पास के पक्के मकान में रहने के लिए आए थे। इसी मकान से बाहर जाने व किचन अलग करने की बात पर मृतिका की जेठानी के साथ विवाद था।

हेमेंद्र साहू, चुम्मन लाल, ताराचंद साहू, सभी ग्रामीण इस बीच ग्रामीणों ने भी जांच दल से अपनी बातें रखी। हेमेंद्र ने कहा कि केजऊ शराब जरूर पीता था, लेकिन विवाद कभी भी नहीं किया। सालों से वह मेरा पड़ोसी रहा है और अकेले अपने बच्चों को पालता था, तब उनके घर वाले उनको चांवल भी नहीं देते थे। जब केजऊ के बड़े भाई का देहांत हुआ, तब से वह अपने मां-बाप के घर में आया और तभी से घर-परिवार वालों की लड़ाई हो रही है। चुम्मनलाल ने बताया कि मंगलवार को भी केजऊ व उसकी मां के बीच लाइट को लेकर विवाद हुआ था।
इधर, जांच के लिए पहुंची टीम के दो सदस्य ही आपस में भिड़ गए। टीम जब ग्रामीणों से बातचीत कर रही थी, तभी पूनम चंद्राकर ने बीच में कुछ कहा। इस पर डॉ विमल चोपड़ा ने पूनम को चुप रहने की सलाह दी। इस पर पूनम चंद्राकर भडक़ गए। उन्होंने कहा कि मैं भी जांच टीम का सदस्य हूं मुझे भी बोलने का अधिकार है। इस पर देवजी भाई पटेल ने पूनम को चुप कराकर मामला शांत कराया।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news