बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर 15 जून। पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ अब बस्तर के सभी बच्चों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई है। नैना ने अपने साहस, हिम्मत और लगन से एवरेस्ट पर्वत की सबसे ऊँची चोटी पर देश-प्रदेश और आमचो बस्तर का झंडा लहराया है। मंगलवार को एवरेस्ट फ़तह कर वापस बस्तर आने पर जि़ले की पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ का कलेक्टोरेट कार्यालय के प्रेरणा हाल में स्वागत और अभिनंदन कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने उक्त बातें कही।
इस अवसर पर संसदीय सचिव रेखचन्द जैन ने नैना को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बस्तर का नाम रोशन करने और युवाओं को अपने लक्ष्य के लिए सतत लगन के साथ प्रयास करने हेतु नैना प्रेरित किया है । श्री जैन ने नैना की भविष्य को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन, जिला प्रशासन और एनएमडीसी से आजीविका हेतु प्रशासकीय पद में नौकरी की सिफ़ारिश किए।
महापौर सफ़ीरा साहू, सभापति कविता साहू, संभाग आयुक्त जी आर चुरेंद्र, आईजी बस्तर सुंदरराज पी. कलेक्टर रजत बंसल और एनएमडीसी के अधिशासी निदेशक प्रशांत दास ने भी नैना की सफलता की बधाई देते हुए उसके मेहनत की सराहना की। कार्यक्रम में नैना ने अपने एवरेस्ट अभियान में मिली चुनौतियों और अनुभवों को साझा किया। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कलेक्टरों रजत बंसल और एनएमडीसी से मिले सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
विशेष रूप से कलेक्टर श्री बंसल से मिले प्रेरणा की भी जानकारी दी। इस अवसर पर नैना की माता, परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे। संसदीय सचिव श्री जैन ने नैना को शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट किए। जिला प्रशासन की ओर से कमिश्नर, आईजी और कलेक्टर ने साल-श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट किए।