धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 19 जून। अनु.जाति विकास परिषद छ.ग. ने सहायक आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञात हो कि राज्य शासन द्वारा अनु. जाति के लोगों के द्वारा अंतरजातीय विवाह करने पर उन्हें ‘अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन राशि’ प्रदान की जाती है। इसके अन्तर्गत दम्पत्ति को दो लाख पचास हजार की राशि प्रदान की जाती है। यह राशि दम्पति के संयुक्त खाते में चेक के माध्यम से जमा की जाती है। कुछ समय से इस नियम में शासन द्वारा संशोधित कर एक मुश्त राशि प्रदान न करके, एक लाख रुपए राशि का चेक,एवं शेष एक लाख पचास हजार रुपए राशि को दम्पति के संयुक्त खाते में तीन वर्षों के लिए जमा की जा रही है।
इस संबंध में अनु.जाति विकास परिषद के प्रदेश संयोजक नरेश खापर्डे का कहना है कि आज संपूर्ण विश्व कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहा है, जिसमें हमारा छ.ग.प्रदेश भी शामिल है। इस महामारी ने सभी के जीवन को प्रभावित किया है, खास कर मेहनतकश मजदूर एवम् आम आदमी, उनकी आर्थिक स्थिति बुरी तरह प्रभावित हुई है। केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा इस महामारी में बहुत सारी योजनाओं को संशोधित कर आम लोगों को राहत प्रदान कर रही है। इसी प्रकार अन्तरजातीय विवाह प्रोत्साहन राशि योजना में भी इस महामारी के दौरान संशोधन कर पहले की भांति संपूर्ण राशि को एक मुश्त प्रदान की जाये, ताकि अन्तरजातीय विवाह करने वाले दम्पति को राहत प्रदान की जा सके।
इस संबंध में नरेश खापर्डे के नेतृत्व में धमतरी जिले के जिला अध्यक्ष इतवारी गावस्कर, रामेश्वर कुर्रे एवं घनश्याम के द्वारा आयुक्त-आ.जा.एवं अ.जा.विकास विभाग रायपुर छ.ग.के नाम एक ज्ञापन धमतरी जिले के सहायक आयुक्त रेशमा खान को सौंपा गया, एवं उनसे निवेदन किया गया कि इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करें।