महासमुन्द
मानव-हाथी द्वंद विषय पर वन विद्यालय में एक दिवसीय प्रशिक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 19 जून। महासमुंद वनमंडल के मैदानी अमले व ग्रामीणों के क्षमता विकास के लिए जंगली हाथियों के प्रबंधन, हाथियों के व्यवहार व मानव-हाथी द्वंद के विषय पर कल शुक्रवार को वन विद्यालय में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान 72 गावों के 2-2 ग्रमीणों को हाथी मित्र बनाया गया।
प्रशिक्षण में शामिल होने अंबिकापुर से आए हाथी विशेषज्ञ प्रभात दुबे ने हाथियों के इतिहास से लेकर वर्तमान में हाथियों के व्यवहार, रहवास, भोजन की व्यवस्था के विषयों में विस्तार से बताया। साथ ही उन्होंने हाथी-मानव द्वंद की रोकथाम के लिए ग्रामीणों को हाथियों के व्यवहार के प्रति जागरूक करने के लिए कहा।
वहीं डीएफओ ने कहा कि हाथियों के साथ जीने की कला सीखना भी जरूरी है। ग्रामीणों द्वारा हाथियों के व्यवहार को समझते हुए दूरी बनाकर रखा जाए और हाथियों को प्राकृतिक रहवास में स्वतंत्र विचरण करने देने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए।
इस दौरान वनमंडलाधिकारी महासमुंद पंकज राजपूत ने कहा कि हमें हाथियों के व्यवहार को सही ढंग से समझ कर ग्रामीणों को हाथियों के व्यवहार के प्रति सजग व जागरूक करना जरूरी है। इसलिए महासमुंद व बागबाहरा परिक्षेत्र के 72 हाथी प्रभावित ग्रामों में प्रत्येक ग्राम से दो-दो ग्रामीणों को गज मित्र के रूप में चयनित कि या गया है। जिनके सहयोग से हाथियों के विचरण की सूचना वन विभाग व स्थानीय ग्रामीणों को दी जाएगी।