राजनांदगांव
कहा- शिष्टाचार भूल गई भाजपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जून। महापौर हेमा देशमुख निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी के साथ भाजपा पार्षदों द्वारा अपशब्द और दुव्र्यवहार करने के मामले में भडक़ गई हंै। उन्होंने भाजपा नेताओं के व्यवहार को शिष्टाचार के विपरीत करार देते कहा कि अशिष्ट शब्दों का प्रयोग करना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। भाजपा पार्षद शहर के संस्कार से परे व्यवहार कर रहे हैं।
सोमवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर भाजपा और भाजयुमो ने निगम परिसर में प्रदर्शन किया था। आयुक्त को प्रदर्शन के दौरान भाजपाईयों ने चोर तक कह डाला, वहीं उनके खिलाफ और भी कड़ी नारेबाजी की गई। इसी बात से खफा महापौर हेमा देशमुख ने भी भाजपाईयों के बर्ताव को लेकर सख्त टिप्पणी करते कहा कि भाजपा पार्षद व पदाधिकारियों द्वारा सोमवार को प्रधानमंत्री आवास के प्रकरण के संबंध में निगम परिसर में आकर निगम आयुक्त के विरूद्ध अशिष्ट भाषा का उपयोग कर नारेबाजी की गयी, जो कि हर दघ्ष्टिकोण से निंदनीय है, क्योंकि विरोध करने की एक संसदीय प्रक्रिया निर्धारित है। जिसका विपक्ष में रहते तक कांग्रेस ने हमेशा पालन किया है। अमर्यादित शब्दावली का प्रयोग विपक्ष के कुत्सित मानसिकता का परिचायक है, क्योंकि नगर का विकड देखकर विपक्ष बौखलाया हुआ है और इस बात को वे हजम नहीं कर पा रहे हैं। पंद्रह वर्ष सत्ता में रहने के बाद एकाएक इस तरह विपक्ष की भूमिका में आना इनसे बर्दास्त नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने कहा कि निगम के संबंधित कार्य के लिए पार्षदों के अलावा भाजपा पदाधिकारियों का निगम आकर इस प्रकार से कार्य करना नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु के कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान है, क्योंकि इस कार्य के लिए नेता प्रतिपक्ष अपने पार्षदों के साथ आकर आयुक्त से चर्चा कर सकते हैं, जो कि निगम की सामान्य कार्यशैली है। इस प्रकार से पार्टी पदाधिकारियों के साथ आकर आंदोलन करना उनकी कमजोरी और छोटी मानसिकता का परिचय देता है।