राजनांदगांव
महापौर देशमुख की पहल पर मिली राहत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जून। कोरोना महामारी से पेशेवर बस चालकों-परिचालकों के सामने भूखमरी और एक बड़ी आर्थिक समस्या आन खड़ी हुई है। राजनांदगांव जिले में करीब 250 से अधिक बसें रोजाना विभिन्न गंतव्य के लिए दौड़ती है। पिछले दो साल से जारी इस महामारी ने बस व्यवसायियों के साथ कर्मचारियों की भी हालत पस्त कर दी है। संकट में फंसे जिले के करीब 500 चालक-परिचालकों को मदद देने के उद्देश्य से महापौर हेमा देशमुख ने बीते दिवस सूखा राशन किट मदद के तौर पर दी, वहीं क्रिश्चियन फेलोशिप ने भी संयुक्त रूप से मदद के लिए हाथ बढ़ाया।
बताया गया है कि जिलेभर के ड्राईवर और कंटेक्टरों को राशन किट उपलब्ध कराई गई। बताया जा रहा है कि जिला मिनी बस एवं बस आपरेटर संघ के जिला अध्यक्ष रईस अहमद शकील की अगुवाई में महापौर से बस कर्मियों की माली हालत को लेकर राज्य सरकार के जरिये मदद की गुहार लगाई थी। महापौर से राज्य सरकार द्वारा आर्थिक मदद दिलाने में सहायता करने का प्रस्ताव भी बस कर्मियों ने रखा। महापौर ने शासन स्तर पर हर संभव मदद देने के साथ सूखा राशन किट उपलब्ध कराई गई।
जिलेभर से आए जरूरतमंद बस कर्मियों ने महापौर, क्रिश्चियन फेलोशिप और बस ऑपरेटर संघ के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि बुरे वक्त में यह मदद काफी अनुकरणीय है। बस कर्मियों को मिली राहत से थोड़ा मानसिक बोझ भी हल्का होगा। इस दौरान आसिफ अली समेत अन्य लोग मौजूद थे।