राजनांदगांव

रेडियोलॉजिस्ट को गुमराह में रखकर पैथोलाजी संचालक कर रहे है मनमानी
23-Jun-2021 2:18 PM
रेडियोलॉजिस्ट को गुमराह में रखकर पैथोलाजी संचालक कर रहे है मनमानी

   जांच हो तो कई चौंकाने वाले मामले आएंगे सामने   

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 23 जून।
गंडई नगर स्थित श्री सोनोग्राफी सेंटर पिछले कई दिनों से विवादों के घेरे में हैं। उक्त सोनोग्राफी सेंटर का एक नया मामला सामने आया है। सोनोग्राफी सेंटर में एक गर्भवती महिला का सोनोग्राफी बिना रेडियोलॉजिस्ट के किया गया और रिपोर्ट भी बैक डेट में दिया गया है।

ज्ञात हो कि पखवाड़ेभर पहले ही श्री सोनोग्राफी सेंटर में हुए भारी लापरवाही अनियमितता का मामला उजागर हुआ था। जिसमें एक गर्भवती 32 वर्षीय महिला रुखसार खान को गंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ आरएमओ शबाना खान ने सोनोग्राफी करवाने के लिए पर्ची लिखा था। महिला का सोनोग्राफी जांच करवाई गई। सोनोग्राफी रिपोर्ट में 2 बच्चा होने की बात बताया गया, लेकिन महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया था। अभी मामला शांत हुआ ही नहीं है कि एक नया मामला और उजागर हुआ है। जिसमें बिना रेडियोलॉजिस्ट के सोनोग्राफी किया गया और बैक डेट का रिपोर्ट गर्भवती महिला को थमा दिया गया। बैक डेट की रिपोर्ट की वजह से श्री सोनोग्राफी सेंटर संदेह एवं सवालों के घेरे में है।

क्या है मामला और कैसे हुआ उजागर
18 जून को उरतुली निवासी गर्भवती महिला हुलेश्वरी जंघेल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घिरघोली गयी। उक्त महिला का 9वां महीना चल रहा था, इसलिए जांच करवाने पहुंची, जहां पर्ची लिखकर उन्हें सोनोग्राफी कराने को कहा गया। हुलेश्वरी गंडई के श्री सोनोग्राफी सेंटर में जांच कराने पहुंची, जहां सोनोग्राफी जांच कर जांच रिपोर्ट दिया गया। श्री सोनोग्राफी सेंटर से एक फाइल दिया गया, जिस पर हुलेश्वरी का नाम, उम्र,  तारीख और पता लिखा हुआ है। फाइल के अंदर सोनोग्राफी एक्सरे एवं रिपोर्ट नत्थी किया गया है। सोनोग्राफी एक्सरे एवं रिपोर्ट में 17 जून 2021 समय 11.59 अंकित है। सोचने वाली बात यह है कि जब पीएचसी घिरघोली ने 18 जून को हुलेश्वरी के लिए सोनोग्राफी जांच पर्ची लिखा तो फिर 17 जून को एक दिन पहले सोनोग्राफी कैसे हुआ और फाइल के मुख्य पन्ने पर 18 जून क्यों लिखा गया है। इसी तरह के कई और सवाल खड़े हो रहे हैं। इस ओर अगर प्रशासनिक जांच किया जाए तो बड़ फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।

सोनोग्राफी सवाल के घेरे में
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार को श्री सोनोग्राफी सेंटर में जांच करने कोई भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं आते हैं, जब हमने सोनोग्राफी रिपोर्ट देखा तो पाया कि उसमें रेडियोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक दास का हस्ताक्षर है, परन्तु पूर्व में जब हमने डॉ. अभिषेक दास से बात की तो उन्होंने बताया कि वह हप्ते में केवल तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही गंडई में उपस्थित रहते हैं। अब सवाल यह उठता है कि जब डॉक्टर मौजूद नहीं थे, तो फिर सोनोग्राफी किसने किया।

परिजन का क्या कहना
उरतुली निवासी गर्भवती महिला हुलेश्वरी के पति सालिकराम जंघेल को जब हमारे द्वारा मोबाइल फोन से रेडियोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक दास और अतुल ताम्रकार जो कि होम्योपैथी के डॉक्टर हैं, का फोटो दिखाया गया तो सालिकराम ने अतुल ताम्रकार की फोटो पर हाथ रखकर पहचाना एवं नाम बताया कि इनके द्वारा सोनोग्राफी किया गया है।

घिरघोली से किया पुष्टि
गर्भवती महिला हुलेश्वरी जंघेल के पति सालिकराम जंघेल के बताये कथन की पुष्टि के लिए हमने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घिरघोली के स्टाफ  से बात किया तो उन्होंने बताया कि उरतुली निवासी गर्भवती महिला हुलेश्वरी जंघेल अपने पति सालिकराम जंघेल के साथ 18 जून को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घिरघोली में 9वां महीने की जांच के लिए आए थे। जिसकी सोनोग्राफी जांच करने के लिए पर्ची लिखा गया था। हुलेश्वरी ने गंडई से सोनोग्राफी करवाई है और 18 जून को ही जांच रिपोर्ट दिखाने आयी थी, जिसे देखकर दवाई दिया गया है।

बैक डेट रिपोर्ट गलत
छुईखदान बीएमओ मनीष बघेल ने बताया कि इस पूरे मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि जिस तारीख में सोनोग्राफी किया जाता है उसी तारीख का रिपोर्ट दिया जाता है, बैक डेट रिपोर्ट को उन्होंने गलत बताया है।

बात करने से किया इन्कार
श्री सोनोग्राफी संचालक एवं होम्योपैथिक चिकित्सक व सलाहकार अतुल ताम्रकार से उक्त मामले पर उनका पक्ष जानने बात करने की कोशिश किया गया तो उनके द्वारा इस मामले पर कुछ बोलने से इन्कार कर दिया गया।

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