बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 23 जून। विश्व योग दिवस पर प्रकाश डालते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री तथा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों ने अपने विचार व्यक्त कर लोगों को योगासन करने की प्रेरणा दी है।
महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री अनिला भेडिय़ा ने विश्व योग दिवस के अवसर पर कहा कि योगासन करने से शारीरिक व मानसिक लाभ मिलता है। शरीर सबल होता है और प्राणशक्ति को बल मिलता है। शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित कर एकाग्रता बढ़ाने में भी योग सहायक होता है। योगासन करने से मन मस्तिष्क में अच्छी सोच व आचरण का जन्म होता है, जिससे व्यक्ति तनावमुक्त हो जाता है। आज के युग मेेंं अनेक व्यक्ति बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं, तो अनेक लोग अपने कार्य व अन्य कारणों को लेकर तनाव में रहते हैं। ऐसे समय में योग करना लाभदायक होता है। कोरोना जैसे महामारी से पीडि़त व्यक्तियों के लिए योग की महत्ता प्रमाणित हुई है। हर व्यक्ति को प्रतिदिन योग अवश्य करना चाहिए जिससे वे निरोग व तनावमुक्त रह सकें। उन्होंने कहा कि हमें शांत वातावरण में मन को स्थिर कर योगासन करना चाहिए और इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर स्वास्थ्य लाभ लेना चाहिए।
राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के जिला संगठक डॉ. लीना साहू ने कहा कि योग का अ यास एक बेहतर इंसान बनने के साथ एक तेज दिमाग, स्वस्थ दिल और एक सुकुन भरे शरीर को पाने के तरीकों में से एक है। योग अपने अद्भुत स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है जो मन, शरीर व आत्मा की एकता को सक्षम बनाता है। योग करने से शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को अलग-अलग तरीकों से लाभ मिलता है। योग जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है। यह हमारे तनावपूर्ण जीवन के लिए एक बड़ी राहत प्रदान करता है। योग जीवन मेें एक नि:शुल्क स्वास्थ्य बीमा है। भारतीय संस्कृति में योग के माध्यम से ईश्वर प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
स्वयंसेवक अजय सिन्हा ने बताया कि योग करने से हमारे शरीर मेें किसी भी बीमारी से लडऩे के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और एक नई ऊर्जा का संचार होता है। एकाग्रता शक्ति का विकास होता है व अनचाहे मोटापे से मुक्ति मिलती है। योगासन करने से शरीर में रक्त संचार और श्वसन क्रिया में सामंजस्य बना रहता है।
वरिष्ठ स्वयं सेवक करण कोरेटी ने कहा कि विश्व योग दिवस मनाने का केवल एक लक्ष्य यह है कि विश्व के सभी लोग निरोग रहें तथा अनेक बीमारियों से बच सकें। योग एक ऐसा साधन है जिसके द्वारा हम आजीवन सभी प्रकार की बीमारियों से दूर रह सकते हैं। वर्तमान में युवाओं को योग के क्षेत्र में अपना विशेष योगदान देना चाहिए क्योंकि आने वाली पीढिय़ों के लिए भी योग अत्यंत आवश्यक है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक विश्व योग दिवस पर अपना विशेष योगदान दे रहे हैं।