बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 26 जून। स्थानीय भाजपा कार्यालय में राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे ने पत्रकारों को आपातकाल की बरसी पर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक का 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल घोषित था, तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने तब के प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन आपातकाल लगा दिया था। आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए तथा नागरिक अधिकारों का समाप्त करके मनमानी की गई। लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने इसे भारतीय इतिहास की सर्वाधिक काली अवधि कहा था।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडे ने कहा कि इंदिरा गांधी के उस कार्यकाल में उनके खिलाफ काफी आक्रोश था विगत चुनाव में इंदिरा गांधी के प्रतिद्वंदी रहे राज नारायण की चुनाव याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसला देने पर उनके हाथ से सत्ता निकलती दिखी और तब 25 जून 1975 की रात को संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत आपातकाल घोषित कर दिया गया लोकतंत्र को निलंबित कर दिया गया। आपातकाल की घोषणा होते ही स्वयं सेवकों और तमाम गैर कांग्रेसी नेताओं की गिरफ्तारी शुरू हो गई। उन पर प्रणव का सिलसिला चल पड़ा देशभर से लाखों लोग सत्याग्रह करके जेल गए और लाखों लोगों को गिरफ्तार किया गया।
राजनांदगांव क्षेत्र के सांसद संतोष पांडे ने उस समय की परिस्थितियों को मीडिया कर्मियों के माध्यम से जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया।
इस प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष कृष्णकांत पवार, पूर्व विधायक प्रीतम साहू, जिला महामंत्री प्रमोद जैन, वरिष्ठ नेता यज्ञदत्त शर्मा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष नरेश यदु, जिला उपाध्यक्ष त्रिलोकी साहू, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष प्रेम साहू, मंडल महामंत्री बिरेंद्र साहू सहित अन्य मौजूद रहे।